भारतीय दामाद जिन्होंने सास-ससुर की निकाल दी सुरसुरी
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) स्पॉट फिक्सिंग का फांस बढ़ता ही जा रहा है। अब ऐसा लगने लगा है कि ग्लैमर और रंगीनीयत से भरे क्रिकेट के इस फटाफट फॉर्मेट से जुड़ा हर कोई संदिग्ध है। कोई इसे इंडियन 'पैसा' लीग कह रहा है तो कोई इसे इंडियन 'पाप' लीग। और कहे भी क्यों ना, पिछले कुछ समय में जो खुलासे सामने आये हैं उसने कथनी पर मुहर जो लगा दिया है। दामाद गुरुनाथ मयप्पन और सुसर एन श्रीनिवासन ने मिलकर क्रिकेट का जो चीर हरण किया है उसने पूरे देश पर कालिख पोत दी है।
हालांकि पुलिस ने श्रीनिवासन के दामाद और आईपीएल के सट्टा गुरु गुरुनाथ मयप्पन को गिरफ्तार कर लिया है और फिलहाल ससुर जी टारगेट पर है। वहीं श्रीनिवासन पर दबाव है कि वो अपने पद से इस्तीफा दे दें। बात अगर पिछले साल के अंत से लेकर इस साल के वर्तमान समय तक की करें तो ऐसे कई मामले आये हैं जिसमें दामादों ने ससुर की मुश्किल बढ़ा दी है। सीधे तौर पर कहें तो नाक के बाल माने जाने वाले दामादों ने ससुर की नाक में दम कर दिया है। तो चलिए उन चंद दामादों पर नजर डालते हैं जिन्होंने ससुर और ससुराल की सुरसुरी निकाल दी हो।
गुरुनाथ मयप्पन - एन श्रीनिवासन
दामाद और सुसर का यह सबसे ताजा मामला है। कहा तो जा रहा है कि गुरुनाथ मयप्पन अपने सुसर श्रीनिवासन की चेन्नई टीम के प्रिंसिपल थे। पुलिस ने तो इस बात का भी खुलासा किया है कि गुरुनाथ खुद ही मैच फिक्स करता था और उसके कई बड़े बुकी (दारा सिंह के बेटे विंदू दारा सिंह सहित) से संबंध थे।
गुरुनाथ मयप्पन - एन श्रीनिवासन
जगहंसाई की डर से श्रीनिवासन ने अपने बेटे को घर से निकाल दिया क्योंकि वो असामान्य था। सीधे शब्दों में कहें तो श्रीनिवासन का बेटा समलैंगिक था जिसके चलते उन्होंने अपने बेटे को कोड़े लगाए थे। श्रीनिवासन उसे समदृष्टि से बिलकुल नहीं देखते थे और कहते थे कि वो उनकी इज्जत खराब कर देगा। मगर उनके दामाद ने जो उनके चरित्र पर दाग लगाया है उसे किसी भी सीमेंट से भरा नहीं जा सकता।
रॉबर्ट वाड्रा - सोनिया गांधी
सोनिया गांधी के दामाद और बिजनेस टाइकून रॉबर्ट वाड्रा ने भी सास और ससुराल की खासी किरकिरी कराई। हालात तो ऐसे हो गये थे कि दामाद जी के चलते सासु मां की सरकार तक हिल गई थी। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ता और अन्ना हजारे से अलग होने के बाद राजनीति में कदम रखने वाले अरविंद केजरीवाल ने प्रियंका गांधी के पति व सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर सनसनीखेज आरोप लगाया था। केजरीवाल के आरोप थ कि वाड्रा ने चार सालों में लगभग 300 करोड़ की संपत्ति बनाई।
रॉबर्ट वाड्रा - सोनिया गांधी
केजरीवाल ने सबूतों के साथ इस बात का दावा भी किया था कि साल 2007 से लेकर साल 2010 के बीच रॉवर्ट वाड्रा की प्रॉपर्टी 50 लाख से बढ़कर 300 करोड़ हो गई। केजरीवाल ने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वाड्रा की संपत्ति बढ़ाने में डीएलएफ की अहम भूमिका है।
रंजन भट्टाचार्य - अटल बिहारी वाजपेयी
यहां मामला कुछ अलग है। आरोपों और नाम खराब करने वाले कामों को बताने से पहले आपको बता दें कि रंजन भट्टाचार्य पूर्व प्रधानमंत्री और कुशल राजनीतिज्ञ अटल बिहारी वाजपेयी के दत्तक दामाद हैं। रंजन अटल बिहारी वाजपेयी की मित्र राजकुमारी कौल के दामाद हैं। अरविंद केजरीवाल ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक टेप बजाया जिनमें भट्टाचार्य की आवाज सुनी गई। टेप कांड से ही चर्चा में आईं नीरा राडिया से बातचीत में भट्टाचार्य ने कहा था मुकेश भाई (मुकेश अंबानी) ने मुझसे कहा, कांग्रेस तो अपनी दुकान है।
भट्टाचार्य 2010 में चर्चा में तब आए थे जब यूपीए-2 की सरकार में मंत्री तय करने के मामले में नीरा राडिया टेप कांड उछला था। आरोप है कि मई 2009 में उन्होंने नीरा राडिया को तसल्ली दिलाई थी कि वह कांग्रेस में अपने संपर्कों के जरिए दयानिधि मारन को टेलीकॉम मंत्री नहीं बनने देंगे। यानी जब भाजपा अपनी लगातार दूसरी हार के गम में डूबी थी, वाजपेयी के दत्तक दामाद कांग्रेस का मंत्रिमंडल सजाने में व्यस्त थे। कल्पना कर सकते हैं तब वाजपेयी को कैसा लगा होगा?