भारतीय अर्थव्यवस्था एक बचत सकेन्द्रित अर्थव्यवस्था: सिंह
उन्होंने बाजार में विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्पों के बारे में जानकारी प्रदान की और कहा कि एक निवेशक को अपनी भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखते हुए ही निवेश विकल्प का चुनाव करना चाहिए। शेयर मार्किट के साथ-साथ उन्होंने सोना-चांदी, विदेशी मुद्रा व बीमा इत्यादि विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. कुलदीप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन काफी लाभदायक साबित होता है तथा विद्यार्थी इन कार्यक्रमों के द्वारा ही निवेश से सम्बन्धित अनेक बारीकियों को जान सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन द्वारा निवेशकों के ज्ञान में वृद्धि तो होती ही है साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए यह वरदान सिद्ध होंगे। उक्त कार्यक्रम में इंजीनियरिंग कॉलेज के मुख्य संयोजक व सलाहकार डॉ. एन.एस. भाल व डायरेक्टर प्रशिक्षण एवं निरीक्षण डॉ. राममूर्ति गोयल ने बतौर अतिथि शिरकत की। इस मौके पर आईबीएम कॉलेज के निदेशक डॉ. शशि कपूर, कॉलेज के छात्र व स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।