पुरुलिया हथियार कांड के मुख्य अभियुक्त ने पप्पू यादव पर लगाए आरोप
किम डेवी बहुत से उपनामों से कुख्यात हैं, वह इस भयानक वारदात को अंजाम देकर सही-सलामत देश से बाहर निकलकर डेनमार्क तक पहुंचने में सफल रहा था। हालांकि वायु सेना ने उसे अपने एयरक्राफ्ट समेत मुंबई हवाई अड्डे पर उतरने पर बाध्य कर दिया था। 17 दिसंबर 1995 को घटी इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के लिए किम डेवी एक दंतकथा के खलनायक सरीखा हो गया था।
किम डेवी ने उस घटना का समूचा विवरण देते हुए कहाकि जिस समय मैं मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा, उस समय आस्चर्यजनक रूप से पूरी हवाई अड्डा खाली खा हालांकि मैं थोड़ा नर्वस था। इसके बावजूद ये शिथिलता देख तक मैं हवाई अड्डे तक पहुंचने में सफल रहा। इसके बाद मैं वहां से पुणे निकल गया। पुणे के बाद मैं किसी तरह से दिल्ली आया और वहां से एक वीआईपी गाड़ी में सवार होकर सांसद के सरकारी आवास पहुंचा जहां से मेरी बिहार जाने की व्यवस्था ट्रेन के जरिए करा दी गई। मैं वहां से डेनमार्क निकल गया।
उल्लेखनीय है कि आरोपी पप्पू यादव इस समय तिहाड़ जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। उनके ऊपर मार्कसवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के नेता अजीत सरकार की हत्या करने का आरोप है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने उन्हे साल 2009 में पार्टी के अनुशायन को तोड़ने के आरोप में बाहर निकाल दिया था।