फोर्ब्स की सूची में भारत की 57 कम्पनियां
इस सूची में शामिल अन्य भारतीय कम्पनियां आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी, कोल इंडिया, भारती एयरटेल, लार्सन एण्ड टूब्रो और टाटा मोटर्स हैं। इस सूची में दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनी के रूप में जेपी मोर्गन चेज पहले स्थान पर है और एचएसबीसी दूसरे स्थान पर है। सूची में 701 कम्पनियां एशिया-प्रशांत क्षेत्र की हैं। सूची में चीन की 121 कम्पनियां शुमार हैं जिनमें पेट्रोचाइना, आईसीबीसी और सिनोपेक शामिल हैं।
जापान और दक्षिण कोरिया की कम्पनियों ने भी पिछले साल के मुकाबले अपने स्थान में वृद्धि की है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था की विकास दर पिछले 12 महीनों में तीन प्रतिशत पर स्थिर रही है लेकिन इस सूची में शामिल अमेरिकी कम्पनियों के मुनाफे में शानदार वृद्धि दर्ज की गई है। इन कम्पनियों की बिक्री में वर्ष 2009 के मुकाबले 2010 में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और मुनाफा 69 प्रतिशत बढ़ा है।
हालांकि वैश्विक कारोबार में अमेरिका की पकड़ वर्ष 2004 के बाद से ही कमजोर होती जा रही है। वर्ष 2004 में इस सूची में शामिल अमेरिकी कम्पनियों की संख्या 751 थी जो कि अब घटकर 536 रह गई है। सूची की शीर्ष 100 कम्पनियों में से सबसे ज्यादा 28 कम्पनियां अमेरिकी हैं।