प्रत्यक्ष कर संग्रह में अब तक 20 फीसदी वृद्धि : प्रणब
मुखर्जी ने यह जानकारी देश में आधुनिक आयकर परम्परा के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में दी।
उनके मुताबिक कर ढांचे के सरलीकरण और कर प्रशासन में सुधार के कारण प्रत्यक्ष कर की बेहतर वसूली हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष कर की वसूली में पिछले पांच सालों में औसत रूप से 24 फीसदी की दर से वृद्धि हुई है और बढ़कर तीन गुनी हो गई है। वित्त वर्ष 2004-05 में 1,32,771 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष कर हासिल हुआ था, जबकि वित्त वर्ष 2009-10 में 3,78,000 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष कर हासिल हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष कर का अंश सकल घरेलू उत्पाद के 4.1 फीसदी से बढ़कर 6.1 फीसदी हो गया है।
मुखर्जी ने आधुनिक भारतीय आयकर परम्परा के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम में 150 रुपये और पांच रुपये मूल्य का नया सिक्का जारी किया।
आधुनिक आयकर अधिनियम जिस ब्रिटिश कानून पर आधारित है, उसे 1860 में लागू किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।