इराक में व्यापक प्रदर्शन, 23 मरे
राजनीतिक सुधारों की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने 'आक्रोश का दिन' नाम से रैली का आह्वन किया था।
समाचार पत्र 'वाशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में कम से कम दर्जन भर प्रदर्शन हुए। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी गलियों में उतरे और सरकारी परिसरों में हंगामा किया।
समाचार पत्र के अनुसार उन्होंने स्थानीय अधिकारियों पर इस्तीफे का दबाव डाला और कैदियों को आजाद कराया।
प्रदर्शन में सुन्नी, शिया, कुर्द और ईसाई समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने पर्याप्त बिजली, स्वच्छ पानी, स्वास्थ्य सुविधा और रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की। लोगों ने इस प्रदर्शन को 'आक्रोश का दिन' नाम दिया।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक फल्लूजाह और मोसूल में क्रमश: छह छह लोग मारे गए जबकि देश भर में हुई पांच घटनाओं में अन्य लोग मारे गए।
समाचार पत्र ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि बगदाद में कम से कम तीन लोग मारे गए जबकि कुर्दिश इलाके में दो लोगों के मारे जाने की सूचना है।
प्रदर्शनकारियों ने किरकुक में एक पुलिस स्टेशन पर कब्जा कर लिया और तिकरित में स्थानीय सरकारी कार्यालयों के चारों तरफ बने घेरे को तोड़ने के साथ ही मोसूल स्थित एक प्रांतीय कार्यालय में आग लगा दी।
प्रदर्शनकारियों के दबाव के चलते बसरा प्रांत के गवर्नर को इस्तीफा देना पड़ा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।