यासीन मलिक दिनभर के अनशन पर
मलिक ने श्रीनगर के मैसुमा इलाके में अनशन शुरू किया। मलिक के अनशन पर बैठने के साथ ही शब्बीर शाह, प्रोफेसर अब्दुल बट और पुलिस द्वारा हाल में गिरफ्तार किए गए लोगों के परिजनों सहित अन्य अलगाववादी नेता भी उनके साथ आ जुड़े।
मैसुमा इलाके में जेकेएलएफ मुख्यालय के पास एक तम्बू खड़ा किया गया है, जहां मलिक अनशन पर बैठे हुए हैं। जेकेएलएफ के समर्थक अनशन स्थल पर आजादी समर्थक नारे लगा रहे हैं। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को ट्वीटर साइट पर कहा है कि पीएसए के तहत किसी नाबालिग को हिरासत में नहीं लिया जा रहा है।
पीएसए राज्य को यह अधिकार देता है कि गड़बड़ी पैदा करने वाले किसी भी संदिग्ध को, किसी अदालत में आरोप पत्र दाखिल किए बगैर एक साल तक हिरासत में रखा जा सकता है। यह कानून आतंकियों, उनसे सहानुभूति रखने वालों, दुर्दात अपराधियों और गड़बड़ी पैदा करने वालों के लिए बनाया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।