स्वास्थ्य टीम द्वारा पिलाई गयी दवा से 35 बच्चों की हालत खराब
सिरसा/कालांवाली | कालांवली के राजकीय वरिष्ठ कन्या माध्यमिक विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा पिलाई गई विटामिन की दवा से 107 बच्चे बीमार पड़ गए। इनमें से 35 की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद सभी बच्चों को उपचार के लिए प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती करवाया गया है। खबर की भनक पाकर बच्चों के परिजन भी स्कूल की ओर भागे। इसके बाद बच्चों की सहायता के लिए कालांवाली की सभी धार्मिक व समाजसेवी संस्थाएं मौके पर पहुंच गईं। वहीं सूचना पाकर प्रशासनिक अधिकारी भी स्कूल पहुंचे।
सरकारी योजना के तहत पिलाई गई थी दवा
जिला उप चिकित्सा अधिकारी डॉ भूषण गर्ग की अगुवाई में टीम ने बच्चों को स्कूल परिसर में दवा पिलाई। बच्चों को पिलाई गई बिटामीन ए की दवा (कान्सट्रेटेड व्हिटामीन ए सलूशन आयपी) प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सप्लाई की जाती है । दवा सरकारी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की ओर से इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना के तहत कक्षा 6 से 8 तक के करीब 107 बच्चों को पिलाई गई। दवा पीने के बाद कई बच्चों को उल्टियां होने लगी। जिनमें से करीब 35 बच्चों की हालत खराब होते देख उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया गया। जो दवाइयां पिलाई गई थी वह वर्ष 2008 की मैन्युफैक्चर्ड थी और उनपर एक्सपायरी डेट-वर्ष 2010 छपी थी।
दोष मढ़ने का सिलसिला जारी
इस सिलसिले में स्कूल की प्राचार्य सुखविंद्र कौर ने बताया कि करीब 10 बजे टीम स्कूल में आई और 30 मिनट के बाद दवा पिलाने का सिलसिला शुरू हुआ। वहीं बच्चों के अभिभावक ने स्कूल की प्राचार्य सुखविंद्र कौर पर आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन और हेल्थ टीम की लापरवाही के चलते ऐसा हुआ। उन्होंने बताया कि अब डाक्टरों की टीम कह रही है जो बच्चे खाली पेट थे सिर्फ उन्ही बच्चों पर दवा का असर उल्टा हुआ । उन्होंने कहा कि बच्चों को दवा पिलाने से पहले किसी ने कुछ नही पूछा कि बच्चे खाली पेट हैं या कुछ खाकर आए है। वहीं प्राचार्य ने दावा किया कि अधिकतर बच्चे खाना खाकर आए थे और डाक्टरों की टीम ने अपनी जल्दबाजी के कारण बच्चों को मीड-डे-मील का खाना भी नहीं खाने दिया।