बिहार में स्वाधीनता संग्राम की यादें संजोने का अनूठा प्रयास
ऐसे में जबकि पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी में जुटा है, बिहार में सरकार ने इस अनोखे तरीके से लोगों को आजादी की लड़ाई की यादों से जोड़े रखने का फैसला किया है। राज्य के पथ निर्माण विभाग ने पटना में उन सड़कों को चिह्न्ति किया है, जिनका अब तक कोई नामाकरण नहीं किया गया है। ऐसी सड़कों का नाम महापुरूषों और शहीदों के नाम पर किया जायेगा।
चिन्हित सड़कों में वे सड़के भी शामिल हैं, जिनका नामकरण अब तक किसी अंग्रेज या विदेशी के नाम पर किया गया है। राज्य के पथ निर्माण मंत्री प्रेम कुमार का मानना है कि पटना जैसे ऐतिहासिक शहर में ऐसा करने से महापुरूषों, शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को उचित सम्मान मिलेगा।
जानकारी के मुताबिक पटना में करीब 112 सड़कें हैं। मंत्री हालांकि मानते हैं कि जिन सड़कों का नामकरण महापुरूषों के नाम पर पहले ही किया जा चुका है उनका प्रचार-प्रसार नहीं किए जाने से लोग आज भी उन्हें पुराने नाम से ही जानते और पुकारते हैं।
इधर, सरकारी वाहनों पर स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े महत्वपूर्ण वर्षो के रजिस्ट्रेशन नंबर के लिए परिवहन विभाग से सहमति प्राप्त कर ली गई है। सामान्य प्रशासन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने राज्य के सभी प्रमंडलीय आयुक्तों और जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर स्वाधीनता संग्राम से जुड़े महत्वपूर्ण के रजिस्ट्रेशन नंबर सरकारी वाहनों पर लगाने का निर्देश दिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**