दुनिया भर में आग की निगरानी करेंगे उपग्रह
समाचार एजेंसी 'सिन्हुआ' के अनुसार एफएओ के वानिकी अधिकारी पीटर वान लीरोप ने कहा, "आग लगने की इन घटनाओं पर नियंत्रण सिर्फ इसलिए एक बड़ा मुद्दा नहीं है कि इनसे काफी ज्यादा लोग हताहत होते हैं और काफी बड़ा क्षेत्र जल जाता है बल्कि जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक मुद्दे से इसके जुड़े होने के कारण भी यह अहम है।"
वैश्विक अग्नि सूचना प्रणाली (जीएफआईएमएस) नासा द्वारा संचालित उपग्रहों का इस्तेमाल करके आग लगने वाले स्थानों का पता लगाएगा।
इससे पहले प्राकृतिक संसाधन प्रबंधकों के लिए व्यापक उपग्रह द्वारा आग लगने की घटनाओं पर निगरानी करना काफी कठिन होता था।
एफएओ के प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और पर्यावरण विभाग में वरिष्ठ पर्यावरण अधिकारी जॉन लाथम कहते हैं, "सूचनाएं काफी छोटे-छोटे टुकड़ों में होती थीं क्योंकि इन्हें विभिन्न स्रोतों से इकट्ठा किया जाता था। इससे सटीक विश्लेषणों और प्रवृत्तियों का पता लगाने में असुविधा होती थी।"
जीएफआईएमएस इस समस्या को दुरुस्त कर देगा। एक ई-मेल पते के जरिए किसी को भी आग लगने की घटना की समय पर और अच्छी तस्वीर प्राप्त हो सकेगी।
एफएओ के अनुसार दुनिया भर में आग लगने की वजह से हर साल 35 करोड़ हेक्टेयर जमीन प्रभावित होती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।