भोपाल गैस त्रासदी हादसा नहीं, 'सामूहिक हत्या': सुषमा
नई दिल्ली, 11 अगस्त (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि वर्ष 1984 की भोपाल गैस त्रासदी लापरवाही की पराकाष्ठा थी जिससे हजारों लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि यह कोई हादसा बल्कि 'सामूहिक हत्या' थी।
सदन में नियम 193 के तहत भोपाल गैस त्रासदी पर चर्चा में भाग लेते हुए सुषमा ने कहा, "यह त्रासदी कोई सामान्य घटना नहीं थी। यह लापरवाही की पराकाष्ठा थी। यह लापरवाही प्रशासन की ओर से जानबूझकर की गई।"
उन्होंने कहा, "इस त्रासदी से पहले पत्रकारों की ओर से कई बार इस खतरे से चेताया गया था। परंतु सत्ता में बैठे लोगों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अधिकारी पैसा बनाने के लालच में थे और राजनेता सत्ता पर कब्जा बनाए रखने के लालच में थे। इन लोगों ने त्रासदी को होने दिया।"
नेता प्रतिपक्ष ने इस त्रासदी को 'सामूहिक हत्या' करार देते हुए कहा, "हिंदुस्तानियों की जान की कोई कीमत नहीं समझी गई और इस त्रासदी को होने दिया गया। यहां औद्योगिक लापरवाही बरतते हुए फैक्टरी (यूनियन काबाईड) को लगाने दिया गया जहां नियमों का उल्लंघन भी किया गया। यहां सुनियोजित ढंग से सामूहिक हत्या की गई।"
गौरतलब है कि वर्ष 1984 में भोपाल की 'यूनियन कार्बाइड' की फैक्टरी से जहरीली गैस के रिसाव से हजारों लोग मारे गए थे। उस दौरान इस कंपनी के प्रमुख वॉरेन एंडरसन को भी देश से बाहर अमेरिका जाने दिया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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