पश्चिम बंगाल में पार्टी की स्थिति ठीक नहीं : माकपा
विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश), 7 अगस्त (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने स्वीकार किया है कि लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण पार्टी शासित राज्यों केरल और पश्चिम बंगाल में पार्टी 'प्रतिकूल परिस्थिति' का सामना कर रही है।
इन दोनों राज्यों में वर्ष 2011 के मध्य में चुनाव संभावित है।
शनिवार को यहां आयोजित केंद्रीय समिति की चार दिवसीय बैठक में रखे गए माकपा के राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे में कहा गया, "चुनाव में पिछड़ने के कारण पश्चिम बंगाल में पार्टी की स्थिति बेहतर नहीं है।"
पश्चिम बंगाल को मजबूत आधार बताते हुए मसौदे में कहा गया, "लोकसभा चुनाव के बाद माकपा के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने आक्रामक रवैया अपनाया है।"
कहा गया, "इस बीच नक्सली माकपा कैडर, सदस्यों एवं समर्थकों को निशाना बना रहे हैं। पंचायत चुनाव के बाद से ग्रामीण आबादी वाले कुछ हिस्सों में पार्टी का समर्थन बढ़ने लगा था लेकिन तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने ग्रामीण क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित कर लिया है।"
माकपा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पार्टी एवं इसके आंदोलन पर साम्राज्यवादी एजेंसियां हमला कर रही हैं।
राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे में कहा गया, "पश्चिम बंगाल में चौतरफा हमले का मतलब है समूचे देश में वाम आंदोलन को कमजोर करना।"
उल्लेखनीय है कि माकपा के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा पश्चिम बंगाल में तीन दशकों से अधिक समय से सत्ता में है।
सम्मेलन में भाग लेने वाले 366 प्रतिनिधियों में माकपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश करात, सीताराम येचुरी एवं एम.के. पांधे शामिल हैं। वरिष्ठ माकपा नेता एवं केरल के मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन सम्मेलन में भाग नहीं ले रहे हैं, क्योंकि उनका आयुर्वेदिक इलाज चल रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।