तृणमूल-नक्सली 'गिरोह' ने 250 माकपा कार्यकर्ताओं की हत्या की : करात
पार्टी की केंद्रीय समिति की चार दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र में माकपा महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि ऐसी हिंसा देश के लिए खराब संकेत है।
करात ने कहा कि माकपा द्वारा नव-उदारवादी नीतियों व अमेरिकी साम्राज्यवाद से रणनीतिक गठजोड़ के निरंतर विरोध से शासक वर्ग में नाराजगी पैदा हो गई है।
उन्होंने कहा कि हमले माकपा और पश्चिम बंगाल की वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ केंद्रित हैं।
करात ने कहा, "माकपा के 250 से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या टीएमसी-नक्सली गिरोह ने की है। टीएमसी केंद्र सरकार का हिस्सा है। पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक अधिकारों पर ऐसे हमले और हिंसा अधिनायकवादी प्रवृत्ति का संकेत हैं जो पूरे देश के लिए खराब संकेत है।"
उन्होंने कहा कि पार्टी और पश्चिम बंगाल की वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ दक्षिणपंथी ताकतों या उपनिवेशवाद से जीविका हासिल करने वालों और कार्पोरेट मीडिया के हमले चिंता का कारण नहीं हैं।
करात ने कहा कि माकपा कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे नक्सलियों का शातिर और लोकतंत्र विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
करात ने कहा कि वे यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने आम लोगों पर भी हमला किया। यह ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की दुर्घटना से साफ हो गया। ऐसे कामों से बुद्धिजीवियों के एक तबके में नक्सलियों के बारे में फैला भ्रम दूर हो जाना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।