राष्ट्रमंडल खेल : अय्यर ने छींटे उछाले, कलमाड़ी ने राष्ट्र विरोधी कहा (राउंडअप)
नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेसी सांसद मणि शंकर अय्यर ने मंगलवार को राष्ट्रमंडल खेलों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि खेल का बेड़ा गर्क होगा तो उन्हें खुशी होगी। इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति तब है, जब खेल के आयोजन में मात्र दो महीने शेष बचे हैं।
जहां कांग्रेस पार्टी ने अय्यर के बयान से अपने को अलग किया, वहीं खेलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाडी ने पलटवार करते हुए अय्यर को राष्ट्रविरोधी करार दे दिया।
अय्यर ने सुबह संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, "अगर राष्ट्रमंडल खेल सफल हुए तो निजी तौर पर मुझे इसकी कोई खुशी नहीं होगी।" एक अन्य मौके पर अय्यर ने आश्चर्य व्यक्त किया कि खेल पंडाल में कंडोम बांटने वाली 150 मशीनें किस लिए लगाई जा रही हैं। उन्होंने सवाल किया, "ये लोग आखिर कौन-सा खेल खेलने आ रहे है?"
अय्यर ने एक संवाददाता सम्मेलन के इतर मौके पर कहा, "प्राथमिकता क्या है, एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खेल का आयोजन करना या बेहतर खेल सुविधाएं मुहैया कराना? यह विकृत प्राथमिकता है।"
अय्यर ने कहा, "राष्ट्रमंडल खेलों को बढ़ाचढ़ा कर प्रस्तु़त करना घिनौना है।"
अय्यर ने कहा कि बड़ी संख्या में युवाओं की आबादी होने के बावजूद देश खेल संपन्न राष्ट्र नहीं बन सका है। उन्होंने कहा, "अगर हम 30,000 करोड़ रुपये राष्ट्रमंडल खेलों पर खर्च करने के बदले हम बेहतर खेल सुविधाएं मुहैया कराने में लगाते तो हम पांच वर्षो में चीन की स्थिति में आ सकते थे।"
अय्यर यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, "जहां सरकार को भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के लिए 1,500 करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित करने में 25 साल लग गए, वहीं सरकार ने खेल के लिए कलमाडी को झट से 1,620 करोड़ रुपये दे दिए हैं।"
अय्यर ने खेल गांव और पूरे शहर में 3 से 14 अक्टूबर के आयोजन के लिए कंडोम की मशीनें लगाए जाने की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा, "मैं इन दिनों हो रही बारिश से बहुत खुश हूं। इसकी पहली वजह यह है कि बारिश खेती के लिए अच्छी है। दूसरी बात यह कि इससे राष्ट्रमंडल खेलों का बेड़ा गर्क हो जाएगा।"
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पिछली सरकार में मंत्री रहे अय्यर ने कहा, "अगर राष्ट्रमंडल खेल सफल हुए तो ये लोग एशियाई खेल और अन्य दूसरे खेल भी आयोजित करेंगे। इसलिए इस खेल का बेड़ा गर्क हो जाए तो मुझे खुशी होगी।"
दूसरी ओर कलमाडी ने अय्यर को राष्ट्रविरोधी करार दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि अय्यर खेल मंत्री बने रह गए होते तो भारत कभी भी खेल का आयोजन नहीं कर पाता। कलमाडी खुद कांग्रेसी नेता हैं।
कलमाडी ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के उद्घाटन के अवसर पर कहा, "खेल इसलिए संभव हो पा रहे हैं, क्योंकि एम.एस.गिल खेल मंत्री हैं। यदि मणि शंकर अय्यर खेल मंत्री रहे होते तो किसी भी कीमत पर खेल नहीं हो पाते। खेल मंत्री बनने के बाद से गिल ने उल्लेखनीय काम किया है।"
यहीं पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि वह खेल संबंधी परियोजनाओं के निर्माण कार्य में हो रही देरी के मुद्दे को संसद में उठाएगी।
पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, "हम राष्ट्रमंडल खलों की तैयारियों में हो रही देरी का मुद्दा संसद में उठाएंगे। खेलों से जुड़ी परियोजनाओं के पूरा होने में देरी दुख की बात है। तैयारियों को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ रही है।"
राष्ट्रमंडल खेल शुरू होने में सिर्फ 67 दिन बाकी हैं और कई परियोजनाओं का काम तय समय पर पूरा नहीं हो सका है। शनिवार को तैयारियों से जुड़े मुद्दों पर केंद्र एवं दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने विचार-विमर्श किया था ताकि अक्टूबर में खेल सुचारु रूप से संपन्न हो सके।
उल्लेखनीय है कि 3 से 14 अक्टूबर के बीच होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी पर चर्चा के लिए गठित की गई समिति की अगली बैठक 17 अगस्त को होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।