मूर्ति चोरी पर झारखण्ड बंद, मुसलमानों का समर्थन
गौरलतब है कि देवी छिन्नमस्तिका को देवी दुर्गा का अवतार माना जाता है। रांची से लगभग 70 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध रजरप्पा मंदिर से दो जुलाई को देवी की मूर्ति गायब हो गई थी। मूर्ति की दोनों आखें सोने की बनी थीं। मूर्ति को पहनाया गया 40 किलो चांदी का वस्त्राभूषण एवं अन्य गहने भी चोरी हो गए।
छिन्नमस्तिका मंदिर देशभर में स्थापित 52 'शक्तिपीठों' में से एक है।रांची दैनिक बाजार संगठन के सदस्य मोहम्मद नईम ने बताया, "हमने अपनी दुकानें बंद रखने का फैसला लिया। मूर्ति की चोरी बदकिस्मती है और हम इस वारदात की निंदा करते हैं।"महावीर मंडल समिति के अध्यक्ष उदय शंकर ओझा ने कहा, "मूर्ति की चोरी से सभी धर्मो के लोगों को दुख पहुंचा है। हम पुलिस से त्वरित कार्रवाई करने की मांग करते हैं।"
रांची में सड़कों पर टायर जला रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया। बंद के दौरान स्कूलों और दुकानों को बंद रखा गया था।रांची, हजारीबाग, गुमला, रामगढ़, सिमडेगा जिलों में बंद का पूरा असर दिखाई दिया। इन जिलों में शिक्षण प्रतिष्ठान और दुकानें बंद थीं। कार्यालयों में भी लोगों की उपस्थिति पर असर पड़ा। कुछ इलाकों में बसों की आवाजाही भी बंद हो गई थी।
इस
मामले
को
सुलझाने
के
लिए
विशेष
कार्रवाई
बल
(एसटीएफ)
का
गठन
किया
गया
है।
पुलिस
ने
इस
मामले
में
अब
तक
13
लोगों
से
पूछताछ
की
है
लेकिन
अभी
तक
कोई
सुराग
नहीं
मिल
पाया
है।राज्यपाल
एम.ओ.एच.
फारूक
ने
पुलिस
को
मंदिरों
में
सुरक्षा
बढ़ाने
का
निर्देश
दिया
है।