अफगानिस्तान में ब्रिटिश सेना के पास 40 साल पुराने टैंक
यह चौंकाने वाला दावा करने वाले सैन्य अधिकारी मिक फ्लाइन 'कांसपिकस गैलेंटरी क्रॉस' सम्मान से नवाजा गया है। ब्रिटेन में बहादुरी के लिए दिया जाना वाला यह दूसरा बड़ा सम्मान है। उन्होंने कहा कि 40 साल पुराने टैंक 'सिमटर' का हाल इतना बुरा है कि इसकी बंदूकें अक्सर जाम हो जाती हैं और टूट भी जाती हैं। इस टैंक को वर्ष 1971 में सेना में शामिल किया गया था।
स्थानीय समाचार पत्र 'द डेली टेलीग्राफ' को दिए साक्षात्कार में फ्लाइन ने कहा, "हमारी सेना को हर हाल में नई पीढ़ी के टैंक की जरूरत है ताकि हम 21 वीं सदी की चुनौतियों के समक्ष खुद को खड़ा कर सकें।"
वैसे इस अधिकारी का यह बयान उस समय आया है जब ब्रिटिश सेना में 'सिमिटर' की जगह 'फ्रेस स्काउट' नाम के नए टैंक को शामिल करने की परियोजना पर काम चल रहा है। रक्षा मंत्रालय सिमिटर के स्थानांतरण पर अब तक 40 करोड़ यूरो खर्च कर चुका है। परंतु नए टैंक के सेना में 2015 तक ही शामिल होने की संभावना है।
फ्लाइन ने कहा, "ब्रिटिश सेना के पास युद्ध के लिए जरूरी नवीनतम वाहनों की कमी है। मैं ये बातें इसलिए कह रहा हूं कि हमें अभी आगे बढ़ने की जरूरत है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।