गोलीबारी पर श्री श्री रविशंकर और पुलिस के बयानों में मतभेद (राउंडअप)
गौरतलब है कि रविवार शाम बेंगलुरू में एक अज्ञात हमलावर ने श्री श्री रविशंकर के काफिले पर गोलीबारी की। इसमें वह सुरक्षित बच गए लेकिन उनका एक भक्त घायल हो गया।
श्री श्री रविशंकर ने संकेत किया है कि यह उन पर किया गया जानलेवा हमला प्रतीत होता है। उधर राज्य पुलिस प्रमुख अजय कुमार सिंह ने कहा अभी हम इसे घटना के रूप में ले रहे हैं। इसे गुरु जी पर हमला नहीं मान रहे।
नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के बेंगलुरू स्थित आश्रम में रविवार को चली गोली के पीछे उनके दो समर्थकों के बीच विवाद हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह कहना सही नहीं होगा कि अध्यात्मिक गुरु को निशाना बनाकर गोली चलाई गई।
मई महीने के दौरान गृह मंत्रालय के कामकाज के बारे में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए चिदंबरम ने कहा, "यह घटना श्री श्री रविशंकर के अपनी कार से चले जाने के बाद हुई। यह कहना सही नहीं होगा कि गोली का निशाना अध्यात्मिक गुरु थे।"
उन्होंने कहा कि यह घटना उनके दो समर्थकों के बीच विवाद से जुड़ा हो सकता है।
कर्नाटक पुलिस का कहना है कि रविवार शाम यहां हुई गोलीबारी की घटना 'आर्ट ऑफ लिविंग' के संस्थापक श्री श्री रविशंकर पर हमला नहीं था क्योंकि इस वारदात के समय आध्यात्मिक गुरु मौके पर मौजूद नहीं थे।
राज्य के पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "हमें जो सबूत मिले हैं उससे साबित होता है कि यह सिर्फ एक गोलीबारी की घटना थी। गुरुजी पर हमला नहीं हुआ।"
उन्होंने कहा, "मैं इसे हमला नहीं कहूंगा क्योंकि गुरुजी के चले जाने के पांच मिनट बाद गोलीबारी हुई। ऐसा लगता है कि गोली किसी व्यक्ति को निशाना बनाकर नहीं चलाई गई थी क्योंकि यह न सिर्फ दूर से बल्कि हवा में दागी गई थी।"
सिंह ने कहा कि गोली एक अवैध पिस्तौल से रविवार शाम 6.05 से 6.10 बजे के बीच दागी गई। इससे पांच मिनट पहले रविशंकर आश्रम से जा चुके थे।
उन्होंने कहा, "हमें कुछ सुराग मिले हैं और उसके आधार पर हम जांच कर रहे हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि गोली 700-750 फुट की दूरी से और हवा में दागी गई थी।"
पुलिस प्रमुख ने कहा, "हम इस घटना की जानकारी पुलिस को तीन घंटे बाद दिए जाने की भी जांच कर रहे हैं। मौके पर मौजूद किसी ने भी गोली चलाने वाले व्यक्ति को नहीं देखा। आश्रम परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।"
उधर श्री श्री रविशंकर ने रविवार शाम अपने काफिले पर गोलीबारी की घटना के संदर्भ में कहा है कि उन्होंने हमलावर को माफ कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमलावर उनके आश्रम में आए तो सत्संग और योग के माध्यम से उसका भी हृदय परिवर्तन हो जाएगा।
श्री श्री रविशंकर ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनका कोई शत्रु नहीं है। उन्होंने अपने काफिले पर गोलीबारी करने वाले शख्स से हिंसा का रास्ता त्याग देने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि वह आगे सत्संग जारी रखेंगे।
उन्होंने हमलावर को माफ करने का ऐलान करते हुए कहा, "हमलावर के बारे में मैं यही कहूंगा कि वह सत्संग में आए। यहां योग और ध्यान के जरिए उसका हृदय परिवर्तन हो जाएगा।"
श्री श्री ने कहा कि उनकी पहल पर कई लोगों को हथियार त्यागे हैं और शायद यही बात गोलीबारी करने वाले को खटक गई है। उन्होंने कहा कि इस हमले का मकसद आतंक फैलाना था। उन्होंने इस घटना में अपने आश्रम से जुड़े किसी भी व्यक्ति के शामिल होने की आशंका को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, "मेरे चालक ने इस बात की आशंका जताई थी कि मुझ पर हमला हो सकता है। मैं चाहता हूं कि वह (हमलावर) यहां आए और शांति का अनुभव करे और साथ में यह भी देखे कि हमारे आश्रम में क्या हो रहा है।"
अपनी सुरक्षा बढ़ाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "मैं नहीं समझता कि सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है। यह अच्छा नहीं रहेगा कि मेरे और भक्तों के बीच कोई रुकावट आए।"
श्री श्री ने अपने विदेशी भक्तों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पुलिस को भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चत करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि उनके देश और विदेश में लाखों भक्त हैं।
पुलिस ने कनकपुरा रोड स्थित श्री श्री के आश्रम की सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस महानिरीक्षक कमल पंत ने मौके का दौरा करने के बाद कहा, "हम आश्रम परिसर में छानबीन कर रहे हैं। इस घटना की जांच के लिए जांच दलों का गठन कर दिया गया है।"
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने बेंगलुरू में रविवार शाम आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के काफिले पर गोलीबारी की निंदा करते हुए इसे कायराना हरकत करार दिया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा को सोमवार को भेजे एक पत्र में गडकरी ने कहा, "श्री श्री रविशंकर के काफिले पर गोलीबारी की घटना से मैं आहत हुआ हूं। मैं इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा करता हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि आपकी (येदियुरप्पा) की सरकार जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ेगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।