दक्षिण कोरियाई पोत को उत्तर कोरिया ने बनाया था निशाना
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार असैनिक और सैन्य विशेषज्ञों के समूह ने कहा कि 1200 टन वजन का चियोनेन पानी के भीतर उत्तर कोरियाई पनडुब्बी द्वारा दागे गए तारपीडो की वजह से हुए जबरस्त धमाके की वजह से डूबा था। इसके परिणामस्वरूप शांतिकाल के दौरान दक्षिण कोरियाई नौसेना का एक बड़ा नुकसान हुआ। समूह की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "प्रमाण जबरदस्त ढंग से इस निष्कर्ष की ओर इशारा करते हैं कि उत्तर कोरियाई पनडुब्बी से तारपीडो दागा गया था।"
उत्तर कोरिया ने गत 26 मार्च को हुई इस घटना के पीछे अपना हाथ होने से इंकार किया था। येलो सागर के समीप हुई इस दुर्घटना में चालक दल के 46 सदस्य मारे गए थे। उत्तर कोरिया की 'कमिटी फॉर द पीसफुल रियूनिफिकेशन ऑफ कोरिया' ने बुधवार को जारी बयान में दक्षिण कोरिया पर आरोप लगाया था कि वह अपने पोत डूबने की घटना की आड़ में उत्तर-दक्षिण संबंधों को बुरे परिणामों की ओर धकेल रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।