करंट से 23 महिलाओं सहित 28 की मौत (लीड-2)
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को पिंडरई से मंडला की ओर आ रही बस जिला मुख्यालय से लगभग 32 किलोमीटर दूर सूरजपुरा के करीब हादसे का शिकार हो गई। इस बस में सुगनिया से दोहनी के लिए बाराती भी सवार हुए थे। इन बारातियों के सामान को बस के ऊपर रखा गया। बस की छत पर रखी एक पेटी उच्च दबाव (हाई टेंशन) क्षमता के बिजली के तार से टकरा गई। इसके चलते पूरी बस में करंट फैल गया और चीत्कार मच गया।
मंडला के कलेक्टर के. के. खरे ने आईएएनएस को बताया है कि इस हादसे में कुल 28 लागों की जानें गई है जिनमें 23 महिलाएं, तीन पुरुष और दो बच्चे शामिल हैं। वहीं घायलों को उपचार के लिए चिकित्सालय भेजा गया है। मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बिजली का तार काफी नीचे था। बस के ऊपर सामान रखे होने के बावजूद चालक ने लापरवाही बरतते हुए बस को तार के नीचे से निकाला। परिणामस्वरूप बिजली का तार बस के पर ऊरखी पेटी से टकरा गया। इसके बाद पूरी बस में करंट फैल गया और बस मे सवार लोगों पर मौत ने अपना शिकंजा कस लिया। जिस समय हादसा हुआ उस समय बस मे लगभग 70 यात्री थे। कई यात्रियों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। वहीं महिलाएं और बच्चे बस से बाहर नहीं निकल पाए, परिणामस्वरूप उन्हें जान से हाथ गंवाना पड़ी।
हादसे में मारे गए लोगों का मौके पर ही पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। साथ ही जिला प्रशासन मृतकों का जल्दी अंतिम संस्कार कराने की तैयारी में है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मंडला में हुई दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों कें परिजनों को एक -एक लाख और घायलों को 10-10 हजार रुपये देने की घोषणा की है। उन्होंने हादसे की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह, श्रम मंत्री जगन्नाथ सिंह, पंचायत राज्य मंत्री देवी सिंह और विधायक राम प्यारे कुलस्ते प्रदेश सरकार के विमान से घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।