रमेश के इस्तीफे की पेशकश नामंजूर, सरकार का टिप्पणी से इंकार (लीड-1)
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक अधिकारी ने कहा, "हां, रमेश ने प्रधानमंत्री के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। रमेश ने इस्तीफे की पेशकश भी की थी लेकिन उनकी इस पेशकश को फिलहाल अस्वीकार कर दिया गया है।"
ज्ञात हो कि रमेश ने चीन दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्रालय और देश के सुरक्षा प्रतिष्ठानों की आलोचना की थी। चिदंबरम ने रमेश की टिप्पणी से नाराज होकर प्रधानमंत्री को पत्र भी भेजा भेजा था। रमेश ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम से मुलाकात कर सफाई भी पेश की थी।
जलवायु परिवर्तन पर आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय बैठक में शामिल होने बीजिंग गए रमेश ने कहा था, "भारत के सुरक्षा प्रतिष्ठानों के संदेहास्पद रुख के चलते दोनों पड़ोसी देशों के संबंधों में दरार पैदा हो रही है।"
चीनी कंपनियों के भारत के निवेश के संबंध में गृह मंत्रालय पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा था कि वह आवश्यकता से अधिक रक्षात्मक और चौकस रुख अपनाए हुए है।
इस बीच, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने उनके इस बयान पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। सोनी ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, "मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगी। यह प्रधानमंत्री, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की प्रमुख सोनिया गांधी और रमेश जी के बीच का मामला है। इस तरह के मुद्दे पर मैं टिप्पणी नहीं करूंगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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