भारत अपरिहार्य सहयोगी : अमेरिकी राजदूत
उन्होंने यह भी कहा कि 26/11 के मुंबई हमले ने उन्हें 9/11 के न्यूयार्क में हुए हमले की याद दिला दी थी।
रोमर ने कहा, "भारत अमेरिका का एक महत्वपूर्ण सहयोगी है और अमेरिका के लिए अपरिहार्य है। भारत-अमेरिका सामरिक सहयोग के लिए हम अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करना चाहते हैं जो हमारे अपरिहार्य भागीदारी का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है।"
रोमर ने कहा कि इसी सहयोग के तहत अमेरिका डेविड हेडली से पूछताछ करने के मामले में भारत को मदद देगा। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड हेडली ने वर्ष 2008 में हुए मुंबई हमलों की योजना में अपनी भूमिका स्वीकार की है।
राजदूत ने कहा कि मुंबई हमले ने उन्हें 9/11 आतंकवादी हमले की याद दिला दी थी जिसमें न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर को निशाना बनाया गया था।
रोमर ने कहा, "9/11 हमले के मुख्य साजिशकर्ता खालिद शेख मोहम्मद से हम सीधी पूछताछ नहीं कर सके। हम भारत द्वारा हेडली से पूछताछ को सुनिश्चित करना चाहते हैं।"
मुंबई की अपनी तीसरी यात्रा पर रोमर ने मुंबई की अपनी पहली यात्रा को याद किया। यहां हुए आतंकवादी हमले के सात महीने बाद वह अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ मुंबई आए थे।
उन्होंने कहा, "भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में हमने ऐतिहासिक ताज महल पैलेस एवं टावर होटल में रुकने का निर्णय लिया था। यह आतंकवादियों को एक संदेश देने जैसा था कि नरसंहार के बावजूद वे हमारे जज्बे को कमजोर नहीं कर सकते।"
दक्षिण मुंबई में पुलिस जिमखाना के 26/11 पुलिस स्मारक पर उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से बातचीत की।
अमेरिकी राजदूत ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को इस बात पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि उसकी धरती से आतंकवाद न फैले।
उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि पाकिस्तान को दिए जाने वाले हथियारों और विस्फोटकों का इस्तेमाल केवल आतंरिक उद्देश्य के लिए किया जाएगा।
रोमर ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इन हथियारों का इस्तेमाल किसी दूसरे देश पर हमला करने के लिए नहीं बल्कि आंतरिक आतंकवाद के खिलाफ किया जाए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।