ब्राउन-क्लेग वार्ता के बाद कंजरवेटिव बिफरे
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा लिबरल डेमोक्रेट्स पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
सरकार गठित करने के लिए लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी सोमवार शाम तक पुरजोर कोशिश में लगी थी। परंतु प्रधानमंत्री ब्राउन के पद छोड़ने के प्रस्ताव के बाद लिबरल डेमोक्रेट नेता निक क्लेग ने उन शर्तो को बदल दिया जिनके आधार पर कंजरवेटिव पार्टी के साथ समझौते की कवायद चल रही थी।
स्थानीय समाचार पत्र 'द टेलीग्राफ' के अनुसार क्लेग की ओर से संभावित समझौते से जुड़ी शर्ते बदलने के बाद कंजरवेटिव नेता और अब तक प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे डेविड कैमरन व्यथित बताए गए हैं।
ब्रिटेन की 650 सीटों वाली संसद में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को 326 सीटों की जरूरत होती है। इस बार के चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी 306 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है लेकिन बहुमत के जादुई आंकड़े से वह 20 सीट दूर है।
ऐसे में कंजरवेटिव पार्टी 57 सीटें जीतकर आई लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिशें कर रही थी। दोनों दलों के नेताओं के बीच बीते रविवार को 70 मिनट वार्ता हुई थी। परंतु अब कंजरवेटिव के कुछ नेता खुलकर लिबरल डेमोक्रेट पर निशाना साध रहे हैं।
एक वरिष्ठ कंजरवेटिव नेता ने कहा, "इन लोगों पर विश्ववास नहीं किया जा सकता। हमने इनके साथ कई दिनों की चर्चा की और इसके बाद इन्होंने शर्ते बदल दीं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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