भारत बन सकता है कृषि महाशक्ति : बोस
बोस ने कहा कि, "अगर सरकार अपने नागरिकों को खाद्यान्न सुरक्षा नहीं दिला पाई, तो इसकी भारी प्रतिक्रिया होगी।'
आईएएनएस से साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि "खाद्य सामग्री के लिए होने वाले दंगों ने कई देशों में सरकारें बदली हैं। हालांकि भारत में खाद्यान्नों का कोई संकट नहीं है।"
उन्होंने कहा कि भारत ने खाद्यान्न सुरक्षा के बारे में सही समय पर विचार किया है और यह विधेयक सरकार का एक सक्रियतापूर्ण कदम है। खाद्यान्न सुरक्षा विधेयक के अंतिम मसौदे पर मंत्रियों का एक समूह विचार कर रहा है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1977 बैच के अधिकारी बोस ने कहा कि भारत अपने कृषि क्षेत्र की क्षमताओं का भरपूर उपयोग करे तो वह दुनिया की कृषि महाशक्ति बन सकता है।
उन्होंने कहा, "खाद्यान्न सुरक्षा का अर्थ कमजोर तबके के लोगों को सुरक्षित और पोषण के लिए जरूरी मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध कराना है। देश में खाद्यान्न सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।"
भारत में किसानों को फायदा दिलाने के लिए कृषि उत्पादों के विपणन हेतु 1958 में नेफेड का गठन किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।