विप्रो को उच्च विकास के साथ बेहतर राजस्व की उम्मीद (लीड-1)
कंपनी को वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान 45.93 अरब रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है जो इससे पूर्व के वर्ष की तुलना में 18 फीसदी अधिक है।
विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने शुक्रवार को कहा, "व्यापार के लिए सामान्य माहौल की बहाली हो रही है। हमें अपनी आईटी सेवाओं से मौजूदा वित्त वर्ष (2010-11) की पहली तिमाही में 1.2 अरब डॉलर के कारोबार की उम्मीद है।"
वैश्विक मंदी के चलते आईटी उद्योग बुरी तरह प्रभावित रहा लेकिन इसके असर से बाहर निकलते हुए विप्रो ने पिछले वित्त वर्ष (2009-10) की आखिरी तिमाही में 1.17 अरब रुपये का राजस्व हासिल किया। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय नियामक मानक के अनुसार कंपनी ने सालाना आधार पर 11 फीसदी और तिमाही आधार पर 3.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि भारतीय लेखा मानक के मुताबिक बीते वित्त वर्ष के दौरान कुल राजस्व छह फीसदी बढ़कर 271.24 अरब रुपये हो गया।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय नियामक मानक के मुताबिक वित्त वर्ष 2010 के दौरान शुद्ध मुनाफा 1.02 अरब डॉलर और कुल राजस्व 6.03 अरब डॉलर रहा।
वित्त वर्ष 2009-10 की आखिरी तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी के राजस्व में सात फीसदी का इजाफा हुआ और यह 5,260 करोड़ रुपये (52.60 अरब रुपये) पहुंच गया।
सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो लिमिटेड अपने शेयरधारकों को प्रत्येक तीन शेयर पर दो बोनस शेयर जारी करेगी।
कंपनी ने कहा है कि निदेशक मंडल ने 2:3 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने को मंजूरी दे दी है।
कंपनी ने कहा, "कंपनी के शेयरधारकों की जुलाई में होने वाली वार्षिक आम बैठक में मंजूरी के बाद बोनस शेयर जारी किए जाएंगे।"
कंपनी के चेयरमैन अजीम प्रेमजी के पास ही 80 फीसदी शेयर हैं।
कंपनी के निदेशक मंडल ने एक रुपया मूल्य के शेयर पर छह रुपये के लाभांश की भी घोषणा की है। इसे भी शेयरधारकों की आम बैठक में मंजूरी के बाद दिया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।