कनिष्क विस्फोट मामले की जांच रिपोर्ट जारी होगी
मॉन्ट्रियल से दिल्ली की उड़ान में 23 जून 1985 को हुए विस्फोट में 329 यात्री मारे गए थे। कनाडा की सरकार इस मामले में एक व्यापक रिपोर्ट जून में जारी करेगी।
खालिस्तानी आतंकवादियों ने विस्फोटक के जरिए कनिष्क विमान को उड़ा दिया था। टोक्यो हवाई अड्डे पर 23 जून को ही एयर इंडिया के ही एक विमान में विस्फोट हुआ था, जिसमें दो लोग मारे गए थे।
वर्ष 2005 में विस्फोट मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि दोनों विमानों में सिख आतंकवादियों ने बम रखा था। आतंकवादियों ने वेंकूवर हवाई अड्डे पर विमान में बम रखा था।
विस्फोट मामले में एकमात्र गिरफ्तार इंद्रजीत सिंह रैयत को पिछले वर्ष रिहा कर दिया गया था। इसके अलावा दो संदिग्ध रिपुदमन सिंह मलिक और अजैब सिंह बागरी को वर्ष 2005 में बरी कर दिया गया था।
वर्ष 2006 में विस्फोट मामले की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जॉन मेजर की अध्यक्षता में समिति गठित की गई थी। सूत्रों के अनुसार जून में विस्फोट मामले की 25वीं बरसी पर रिपोर्ट जारी की जाएगी।
जांच कार्य वर्ष 2008 में पूरा हो गया था लेकिन कुछ कारणों से इसे समय पर पेश नहीं किया जा सका।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।