गंगा की सफाई पर खर्च होंगे 305 .34 करोड़ रुपये
सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है, "वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय गंगा नदी बेसीन प्राधिकरण (एनजीआरबीए) के तहत इलाहाबाद में गंगा की सफाई और प्रदूषण को कम करने के प्रस्ताव को सीसीईए ने शुक्रवार को मंजूरी दे दी। इस योजना के तहत करीब 305.34 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।"
इस परियोजना में केंद्र और राज्य सरकार 70:30 के अनुपात में मिलकर काम करेंगी। योजना के मुताबिक 213.74 करोड़ रुपये की राशि केंद्र सरकार देगी जबकि 91.60 करोड़ रुपये राज्य सरकार वहन करेगी।
परियोजना का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी के प्रदूषण को कम करना और शहर के पारिस्थतिकी तंत्र में और सुधार करना है।
बयान के मुताबिक इलाहाबाद में गंगा नदी का प्रयोग श्रद्धालु धार्मिक उद्देश्य से करते हैं। इस परियोजना से वर्ष 2013 में होने वाले महाकुंभ में भी लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त इलाहाबाद की स्वच्छता में काफी सुधार होगा। यह परियोजना 34 महीने में पूरी होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।