तेंदुए को मारने के मामले में जांच के आदेश
मंत्री ने बताया कि मामले की जांच वन विभाग के अधिकारी करेंगे।
यादव ने वित्त आयुक्त और प्रधान सचिव (वन) केशनी आनंद को विस्तृत जांच कर तुरन्त रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
जंगल से निकला एक तेंदुआ करनाल के एक रिहायशी इलाके में पहुंच गया था। उसके हमले में आठ लोग जख्मी हो गए और पुलिस के गोली मारने से सोमवार को उसकी मौत हो गई।
पुलिस गोलीबारी में मारे गए तीन वर्षीय तेंदुए को लेकर पशु अधिकार से जुड़े कार्यकताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है।
कुछ कार्यकर्ताओं ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत राज्य सरकार से इस मामले में विस्तृत ब्योरा मुहैया कराने की मांग की और घटना के पीछे की वजह जाननी चाही है।
पशुओं के अधिकार से जुड़े एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के नरेश कदयान ने आईएएनएस को बताया कि तेंदुआ सुरक्षा प्राप्त जानवर है, उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। इस मामले में तेंदुआ उस समय केवल पानी की तलाश में बाहर निकला था, लेकिन पुलिस की गोली का शिकार हो गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।