परमिट फीस बढ़ने के खिलाफ बस ऑपरेटरों ने दी चेतावनी
ऑल राजस्थान टूरिस्ट बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक केसोट ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वित्त सचिव और अन्य सभी अधिकारियों से मुलाकातों और उनके आश्वासनों के बावजूद कोई सकारात्मक कदम उठता नहीं दिखाई दे रहा। ऐसे में अब उनके पास बसों के संचालन बंद करने के सिवा कोई चारा नहीं है।
अशोक केसोट ने कहा कि बसों के परिमट शुल्क को 25 हजार रुपए से घटाकर अधिकतम 12 हजार रुपए तक किया जाए, लेकिन सरकार ने घटाने के बजाय राशि बढ़ाकर 35 हजार रुपए प्रति माह कर दी। ऐसे में राज्य का कोई भी टूर बस ऑपरेटर यह राशि भुगतान करने की स्थिति में नहीं है। अब बस ऑपरेटर्स ने 31 मार्च तक का सरकार को समय दिया है। यदि शुल्क कम नहीं किया गया तो वे परिवहन विभाग के दफ्तर पर बसों की कतार लगा देंगे तथा परमिट वापस कर देंगे।
एसोसिएशन के महामंत्री राजेंद्र शर्मा ने बताया कि इससे पहले 26 मार्च को विधानसभा तक शांतिपूर्ण मार्च किया जाएगा। इसमें राज्यभर के टूर बस ऑपरेटर्स शामिल होंगे। अब सरकार को पड़ोसी राज्यों के बराबर डीजल पर वैट करना चाहिए जिससे राज्य के वाहनों के लिए उसी दर में डीजल उपलब्ध हो सके। इसके अलावा हमारी मांग है कि प्राइवेट बस ऑपरेटर्स को भी पार्किं ग के लिए जगह उपलब्ध कराई जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।