भारत में 800 और विश्वविद्यालयों की जरूरत : सिब्बल
नई दिल्ली, 24 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने बुधवार को कहा कि उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए देश में मौजूद 480 विश्वविद्यालयों के अलावा और 800 विश्वविद्यालयों की आवश्यकता है।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा आयोजित एक शिक्षा सम्मेलन में सिब्बल ने कहा, "देश का मौजूदा सकल नामांकन अनुपात (जीईआर)12.4 प्रतिशत है और हमारा इरादा अगले कुछ वर्षो में इसे 30 प्रतिशत तक पहुंचाने का है।"
उन्होंने कहा, "इसका अर्थ है कि देश के हर 100 छात्रों में से केवल 12.4 छात्र ही उच्च शिक्षा हासिल कर पाते हैं। 18 से 24 वर्ष की आयु के हर 100 छात्रों में से कम से कम 30 को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रयास है।"
सिब्बल ने कहा कि इसके लिए 800 नए विश्वविद्यालय और 35,000 नए कॉलेजों की आवश्यकता है। वैश्विक जीईआर 23 प्रतिशत है और भारत उससे काफी पीछे है।
उन्होंने कहा कि विकसित देशों में जीईआर 40 प्रतिशत से अधिक है। कुछ देशों में तो यह 53 प्रतिशत तक है। आर्थिक वृद्धि दर आठ-नौ प्रतिशत होने से गुणवत्ता युक्त मानव शक्ति की मांग अधिक है।
शिक्षा पर यूनेस्को द्वारा आयोजित भारत, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका जैसे देशों के सांसदों के संपर्क समूहों की यह पहली बैठक थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।