भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी फिल्मों का योगदान 6 करोड़ डॉलर
'भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन उद्योग का आर्थिक योगदान' नामक रिपोर्ट को एक सलाहकार कंपनी प्राइसवाटरहाउसकूपर्स ने तैयार किया और मोशन पिक्चर वितरक संघ (भारत) ने इसे मान्यता दी है। इसे शुक्रवार को एशियन सोसाइटी कांफ्रेंस के दौरान जारी किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अमेरिकी एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उद्योग की प्रत्यक्ष भागीदारी करीब 147 डॉलर की रही।
पिछले साल कुछ विदेशी फिल्मों ने यहां जोरदार कमाई की है जिसमें '2012' और 'अवतार' जैसी फिल्मों की कुल कमाई 100-100 करोड़ रुपये रही।
दोनों फिल्मों को अंग्रेजी, हिन्दी, तमिल और तेलुगू भाषाओं के साथ शहरी मल्टीप्लेक्स और छोटे कस्बों के एक पर्दे वाले सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था।
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि अमेरिकी और अन्य अंतर्राष्ट्रीय स्टूडियो भारत में गर्मी के मौसम में बच्चों को ध्यान में रखकर बनाई गई फिल्में रिलीज करते हैं और इन्हें काफी सफलता भी मिलती है।
पिछले साल गर्मी में बच्चों को रिझाने वाली 'हैरी पॉटर एंड द हाफब्लड प्रिंसेस' और 'नाइट एट म्यूजियम : बैटल ऑफ द स्मिथसोनियन' फिल्में रिलीज हुईं थी। दोनों की वित्त वर्ष 2009 में क्रमश: 20 करोड़ रुपये और चार करोड़ रुपये की कमाई हुई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।