स्वाइन फ्लू के कारण मरने वालों की संख्या 6 हुई (लीड-2)
सोमवार सुबह स्वाइन फ्लू से पीड़ित एक आयुर्वेद चिकित्सक की पुणे में और एक चार वर्षीय बच्चे की चेन्नई में मौत हो गई।
महाराष्ट्र के स्वाइन फ्लू नियंत्रण कक्ष के प्रमुख प्रदीप आवटे ने बताया कि चिकित्सक बाबूराव माने (35)को पांच दिन पहले पुणे के सासून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह पिछले तीन दिनों से वेंटीलेटर पर थे। सोमवार सुबह उनका निधन हो गया। वह पुणे की मलिन बस्तियों में काम करते थे।
पुणे में अब तक स्वाइन फ्लू से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। देश में इस बीमारी से सबसे पहली मौत तीन अगस्त को रीदा शेख नाम की एक बच्ची की मौत हुई थी।
पुणे के सासून अस्पताल के डीन अरुण जामकर ने बताया, "माने को जब अस्पताल लाया गया था तो उन्हें न्यूमोनिया हो चुका था। वह सांस नहीं ले पा रहे थे। इस वजह से उनके रक्त तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच रही थी और उनका रक्तचाप बेहद बढ़ गया था। उनकी हालत बहुत बिगड़ चुकी थी और उन पर दवाइयों का भी कोई असर नहीं हुआ। सोमवार सुबह 7.20 बजे उनकी मौत हो गई।"
जामकर ने बताया कि अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में स्वाइन फ्लू के छह और मरीज भर्ती हैं जिनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। चार मरीज वेंटीलेटर पर हैं।
चेन्नई में स्वाइन फ्लू की चपेट में आए चार वर्षीय संजय बालकृष्णन की सोमवार सुबह मौत हो गई। तमिलनाडु में स्वाइन फ्लू से यह पहली मौत है।
संजय को पिछले सप्ताह बुखार और अतिसार की शिकायत के बाद मेहता चिल्ड्रन्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसके गुर्दो ने काम करना बंद कर दिया।
शनिवार को संजय के स्वाइन फ्लू से पीड़ित होने की पुष्टि हुई थी। अगले दिन उसके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और उसे वेंटीलेटर पर रखा गया। सोमवार सुबह 8.35 बजे के आसपास उसका निधन हो गया।
राज्य के स्वास्थ्य सचिव वी. के. सुब्बाराज ने कहा, "यह बच्चा जिस इलाके में रहता था वहां 100 और परिवार रहते हैं। इलाके की सफाई करवाई जा रही है और राज्य में टेमीफ्लू पर्याप्त मात्रा में है।"
इस बीच दिल्ली में 'रघुबीर सिंह जूनियर मॉडर्न स्कूल' के दो छात्रों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद इसे एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है।
हूमायूं रोड स्थित इस स्कूल के प्रधानाध्यापक कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया, "हमारे दो छात्रों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने एक सप्ताह तक स्कूल को बंद रखने फैसला किया है।"
अधिकारी ने बताया, "स्कूल 17 अगस्त को खुलेगा।" स्वाइन फ्लू के कारण बंद होने वाला यह दिल्ली का तीसरा स्कूल है। इससे पहले 'संस्कृति स्कूल' और ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित 'दिल्ली पब्लिक स्कूल' (डीपीएस) के कुछ छात्रों में इस बीमारी की पुष्टि हुई थी जिसके बाद कुछ समय के लिए उन्हें बंद करने की घोषणा की गई थी।
उधर, स्वाइन फ्लू के एक मरीज के संपर्क में आए चंडीगढ़ के 17 सदस्यीय एक परिवार को सावधानी बरतते हुए अपने घर में ही रहने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सेक्टर-नौ के रहने वाले इस परिवार के कुछ सदस्य गत पांच अगस्त को दिल्ली में अपने रिश्तेदारों के घर गए थे। उनके रिश्तेदारों में एक स्वाइन फ्लू की चपेट में था जो लंदन से आया था।
चंडीगढ़ में स्वाइन फ्लू के नोडल अधिकारी एच. सी. गेरा ने कहा, "यह खबर मिलते ही हमने उस परिवार से एक सप्ताह तक घर से बाहर न निकलने को कहा। अब तक उनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं दिखे हैं लेकिन हम कोई मौका नहीं लेना चाहते। हमारे चिकित्सकों का एक दल घर में जाकर जांच करता रहेगा।"
उड़ीसा के बरहामपुर जिले की एक महिला में स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखने के बाद उन्हें एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि राज्य के पहले संदिग्ध मरीज की जांच रिपोर्ट नकारात्मक रही है।
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बरहमापुर के पुरुषोत्तमपुर की रहने वाली रीता साहू को बुखार होने के बाद एक निजी नर्सिग होम में भर्ती कराया गया था। परंतु उनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखने के बाद उन्हें महाराजा कृष्ण चंद्र गजपति मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया।
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा है कि उनके राज्य में अब तक स्वाइन फ्लू से जुड़े किसी मामले की कोई खबर नहीं है लेकिन ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 100 चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
गोगोई ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "असम में अब तक स्वाइन फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है।"
गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में स्वाइन फ्लू के पुष्ट मामलों की संख्या 864 हो गई है। इनमें 523 को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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