स्कूल जाने से पहले रबर बागान में काम करती है अंबिगा
सेरमबैन(मलेशिया), 23 नवंबर(आईएएनएस)। भारतीय मूल की एक मलेशियाई छात्रा मार्गाथा अंबिगा सुबह स्कूल जाने से पहले एक रबर बागान में काम करने जाती है, ताकि वह अपने परिवार की मदद कर सके। मलेशियाई भारतीय कांग्रेस(एमआईसी) अब इस छात्रा की मदद के लिए आगे आई है।
अंबिगा तड़के 3 बजे उठती है और घर से 10 किलोमीटर दूर स्थित एक रबर बागान में जाती है। वहां वह तीन घंटे काम करती है और 6 बजे घर आ जाती है। फिर घर की साफ-सफाई कर स्कूल चली जाती है।
रबर बागान में काम करके वह प्रतिदिन लगभग 6 डॉलर कमा लेती है। इस राशि के जरिए वह अपने बीमार मां-बाप की मदद करती है, साथ ही अपने 10 वर्षीय छोटे भाई सुरिया की पढ़ाई का खर्च भी उठाती है।
अंबिगा की इस मेहनत ने नेग्री सेम्बिलान राज्य के एमआईसी अध्यक्ष टी. राजगोपाल का ध्यान अपनी ओर खींचा। उसके बाद राजगोपाल उस परिवार से मिलने गए।
उसकी मां तमिल सेल्वी ने उन्हें बताया कि उसके परिजनों ने उसकी मदद करने के बदले बेटी की शादी कर देने की सलाह दी थी।
सेल्वी के अनुसार वह चाहती हैं कि उनकी बेटी पढ़-लिख कर जीवन में कुछ बन जाए।
अंबिगा फिलहाल सिजिल पेलाजारान मलेशिया (एसपीएम) परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रही है और वह एक शिक्षिका बनने सपना संजोए बैठी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।