ओबामा और मैक्के न ने मुशर्रफ के इस्तीफे का स्वागत किया
अरूण कुमार
अरूण कुमार
वाशिंगटन, 19 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार बराक ओबामा और रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन मैक्के न ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे वहां की सरकार को अब अल कायदा के खिलाफ संघर्ष और हिंसक इस्लामिक उग्रवाद से निपटने पर ध्यान देने में मदद मिलेगी।
ओबामा ने मुशर्रफ के इस्तीफे के फैसले को सही कदम बताते हुए कहा है कि इससे पाकि स्तान का राजनीतिक संकट समाप्त करने में मदद मिलेगी, जबकि मैक्के न इसे पाकिस्तान में राजनीतिक स्थिरता लाने की दिशा में उठा कदम करार दिया।
ओबामा ने कहा कि मुशर्रफ ने इस्तीफा देने का बिल्कुल सही निर्णय लिया है। राजनीतिक संकट की समाप्ति पाकिस्तान तथा वहां की जनता के हित में है। वहां की गठबंधन सरकार लंबे अर्से से इसी वजह कुछ कर नहीं पा रही थी।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के लिए आतंकवाद की असली चुनौती इराक में नहीं, पश्चिमोत्तर पाकिस्तान और अफगानिस्तान में है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी नीति में यह सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि पाकिस्तान सरकार में मौजूद लोग अल कायदा और तालिबान को सुरक्षित बच निकलने का रास्ता नहीं दे।
ओबामा ने कहा, "अमेरिकी जनता के लिए चुनौती बनने वाले आतंकवादियों को सुरक्षित बच निकलने का मौका नहीं मिलना चाहिए।" ओबामा ने कहा कि वर्ष भर पहले उन्होंने कहा था कि अमेरिका को 'मुशर्रफ नीति' की जगह 'पाकिस्तान नीति' अपनानी चाहिए।
उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तानी लोग मुशर्रफ की विदाई से मिले मौके का लाभ उठाकर उग्रवादी हिंसा से निपटने, खाद्य एवं ऊर्जा की किल्लत जैसे महत्वपूर्ण मसलों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे और पाकिस्तानी जनता को स्थिर, सुरक्षित एवं लोकतांत्रिक भविष्य तैयार करने में मदद देंगे।
मैक्के न ने मुशर्रफ के इस्तीफे का स्वागत करते हुए इसे पाकिस्तान को ज्यादा स्थिर राजनीतिक आधार देने की दिशा में उठा कदम बताया। अल कायदा और हिंसक इस्लामी उग्रवाद की चुनौती से निपटने में पाकिस्तान को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान सरकार भविष्य में सहयोग बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि गंभीर समस्याओं का समाधान अवश्य किया जाना चाहिए। पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों पर तत्काल और लगातार ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि अमेरिकी सरकार पाकिस्तानी जनता और लोकतांत्रिक ढंग निर्वाचित वहां की सरकार के साथ मिलकर दोनों देशों के समक्ष आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए कार्य करे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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