महंगाई व वैश्विक रुझानों की राह चलेंगे घरेलू शेयर बाजार
नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)। कच्चे तेल की कीमत, महंगाई व वैश्विक पूंजी बाजारों से मिले रुझान आने वाले सप्ताह घरेलू शेयर बाजार के लिए दिशा तय कर सकते हैं। बीते सप्ताह के दौरान भी इन्हीं सारे संकेतों के मद्देनजर घरेलू शेयर बाजार अपनी राह चले।
नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)। कच्चे तेल की कीमत, महंगाई व वैश्विक पूंजी बाजारों से मिले रुझान आने वाले सप्ताह घरेलू शेयर बाजार के लिए दिशा तय कर सकते हैं। बीते सप्ताह के दौरान भी इन्हीं सारे संकेतों के मद्देनजर घरेलू शेयर बाजार अपनी राह चले।
जहां तक वित्तीय संस्थानों व कंपनियों के वित्तीय नतीजे का प्रश्न है, तकरीबन ज्यादातर के नतीजे आ चुके हैं, इसलिए वैश्विक स्तर पर जारी आर्थिक गतिविधियों के प्रति निवेशकों का रुख करना लाजिमी है। अभी तक जिन 1,886 कंपनियों के वित्तीय नतीजे आए हैं, उनके शुद्ध मुनाफे में वर्ष की अंतिम तिमाही के दौरान पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 22.60 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार सप्ताह के दौरान कें्र द्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) से जारी होने वाले महंगाई आकड़ों पर भी निवेशकों की निगाहें होंगी। इस महीने की 10 मई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश में महंगाई दर 7.82 फीसदी रही। गत 3 मई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान महंगाई दर 7.83 फीसदी थी।
कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि, डालर की तुलना में रुपये में कमजोरी व पूंजी के अंतप्र्रवाह में कमी को देखते हुए महंगाई दर में कमी की संभावना कम ही है। अंतर बैंकिंग मुद्रा विनिमय बाजार में सप्ताहांत एक डालर 42.70/71 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
तेल की कीमतों में वृद्धि को लेकर जारी ऊहापोह से निवेशक खासे परेशान हैं। प्रधानमंत्री आवास पर सप्ताहांत बुलाई गई बैठक के बाद संवादाताओं से बातचीत में तेल व प्राकृतिक गैस मंत्रालय में सचिव श्रीनिवासन ने हालांकि संकेत दिया कि सरकार अगले 3 से 4 दिनों में तेल की कीमतों में वृद्धि की घोषणा कर सकती है।
इससे पहले तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों से मिलने के बाद संवादाताओं से बातचीत में देवड़ा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर तेल कंपनियों को लगातार हो रहे घाटे से राहत प्रदान करने के लिए पेट्रोल, गसोलिन व डीजल की कीमतों में वृद्धि तय है लेकिन सरकार से अंतिम मंजूरी मिलने में तकरीबन एक सप्ताह की देर हो सकती है।
उधर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर घरेलू शेयर बाजारों को अल्पावधि में राहत मिलने की संभावना कम ही दिख रही है।
न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नाइमेक्स में सप्ताहांत तेल का जुलाई वायदा 1.38 डालर यानी 1.1 फीसदी बढ़कर 132.19 डालर प्रति बैरल बंद हुआ। आईसीई वायदा में भी ब्रेंट क्रूड का जुलाई वायदा 1.06 डालर चढ़कर 131.57 डालर प्रति बैरल बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान गुरुवार को आईसीईऔर नाइमेक्स दोनों में तेल की कीमत 135 डालर प्रति बैरल को पार कर गई थी।
बंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते सप्ताह के दौरान कुल 785.30 अंक यानी 4.50 फीसदी गिरकर 16,649.64 के स्तर पर बंद हुआ।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी में भी बीते सप्ताह के दौरान कुल 211.15 अंक यानी 4.09 फीसदी की गिरावट आई और सप्ताहांत कारोबार की समाप्ति पर 4,946.55 के स्तर पर दर्ज किया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।