जश्न में डूबी भाजपा तो कांग्रेस में छाई निराशा
नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम ज्यों-ज्यों सामने आने लगे और भाजपा सरकार बनाने की अग्रसर होने लगी त्यों-त्यों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय का माहौल जश्न में डूबता चला गया। उधर, कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में माहौल उदासियों भरा व गमगीन रहा। दिन भर वहां सन्नाटा पसरा रहा।
लंबे इंतजार के बाद पार्टी के लिए दक्षिण का पट खुल जाने की खुशी भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के चेहरे पर स्पष्ट झलक रही थी।
पार्टी मुख्यालय में पटाखे छोड़ने, मिठाइयां बांटने और ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचने का कार्यक्रम सौ का आंकड़ा पार करने के बाद ही शुरू हुआ। सुबह से ही यह सारे इंतजामात कर लिए गए थे लेकिन पार्टी ने जैसे ही सौ का आंकड़ा पार किया, पार्टी मुख्यालय जश्न में डूब गया।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन से लेकर पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर समेत कई अन्य नेता भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरकते नजर आए। कार्यकर्ता 'दक्षिण में कांग्रेस हारी है, अब दिल्ली की बारी है' जैसे नारे लगा रहे थे।
उधर, कांग्रेस मुख्यालय में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। पार्टी के एकाध नेताओं के अलावा सिर्फ मीडियाकर्मियों का ही हुजूम वहां था।
कर्नाटक की हार की मायूसी वहां मौजूद कांग्रेसी नेताओं के चेहरे पर पढ़ी जा सकती थी। पार्टी महासचिव व कर्नाटक के प्रभारी पृथ्वीराज चव्हाण व कोषाध्यक्ष मोतीलाल बोरा के अलावा पार्टी का कोई बड़ा नेता वहां मौजूद नहीं था। हार की निराशा का आलम यह था कि दोनों नेता अपने-अपने कमरों में आंकड़ों का गुणा-भाग करते रहे और हार का विश्लेषण करते रहे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।