असम के हिंसा प्रभावित इलाकों में रेलवे ठेकेदारों का काम पर लौटने से इंकार
गुवाहाटी, 25 मई (आईएएनएस)। असम में रेलवे निर्माण कार्य में लगे कई ठेकेदारों ने आज राज्य के उन अशांत इलाकों में कार्य करने से इंकार कर दिया, जहां कई विद्रोही गुट सक्रिय हैं। रेलवे ठेकेदारों का कहना है कि जब तक इन इलाकों में सामान्य स्थिति बहाल नहीं हो जाती है तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।
रेलवे ठेकेदारों के इस निर्णय से पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की 16.77 अरब रुपये की योजनाएं संकट में दिख रही है। गौरतलब है कि राज्य के उत्तरी कचार हिल्स में कुछ दिन पहले विद्रोही गुट 'ब्लैक विडो' ने 10 रेलवे कर्मियों समेत 12 लोगों की हत्या कर दी थी।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे निर्माण ठेकेदार संघ के महासचिव शंकर दास के अनुसार "श्रमिकों ने कहा है कि यदि उन पर काम पर लौटने के लिए दबाव बनाया जाएगा तो वे मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे। इसके बाद ही हमने उत्तरी कचार हिल्स में रेलवे पटरी बिछाने के काम पर नहीं लौटने का निर्णय लिया।"
गौरतलब है कि उत्तरी कचार हिल्स जिले में एक हफ्ते के लिए रोकी गई रेलवे सेवा फिर से बहाल कर दी गई है। दरअसल, दक्षिणी असम में खाद्य संकट की रिपोर्ट आने के बाद यह कदम उठाए गया।
रेलवे निर्माण कार्य से जुड़ी 16 कंपनियों ने शनिवार को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से गुवाहाटी में मुलाकात कर प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने की अपील की थी।
कचार हिल्स जिले में सक्रिय 'दिमा हलाम दाओगा' गुट जिसे ब्लैक विंडो के नाम से भी जाना जाता है, ने सरकार के साथ संधि करने की घोषणा की है। गुट ने रेलवे निर्माण कार्य में जुटी कंपनियों से काम पर लौटने के लिए कहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।