
Fact Check : 'खुद को हिंदू कहना अपराध है?' नूपुर शर्मा का 'नया' वीडियो वायरल, जानिए क्या है सच्चाई
नई दिल्ली, 24 जुलाई: भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी किए हुए करीब दो महीने बीत चुके हैं। एफआईआर हुई, मामला कोर्ट पहुंचा, हिंसक प्रदर्शन से लेकर जयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या तक कर दी गई। अब, नूपुर शर्मा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अभी का है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह दावा फर्जी है, क्योंकि वायरल हो रहा है नूपुर शर्मा का ये वीडियो चार साल पुराना है।

नूपुर शर्मा के वायरल वीडियो की पड़ताल
'इंडिया टुडे' के मुताबिक, AFWA की जांच में पाया गया कि वीडियो चार साल पुराना है। यह नूपुर शर्मा के महाराष्ट्र में 2018 के एक कार्यक्रम में दिए गए भाषण का हिस्सा है। वीडियो में नूपुर शर्मा सवाल करती हैं कि क्या खुद को हिंदू कहना अपराध है? वह पूछती नजर आईं, ''अगर आप खुद को मुस्लिम कह सकते हैं तो यह कोई अपराध नहीं है। अगर आप खुद को ईसाई कहते हैं, तो यह कोई अपराध नहीं है। सिख होना कोई गुनाह नहीं है। फिर खुद को हिंदू कहना गुनाह क्यों है?" इस दौरान उन्होंने तीन तलाक और बुर्के पर भी बयान दिए।

नूपुर शर्मा ने 5 जून 2022 को दिया था आखिरी बयान
वायरल वीडियो को लेकर सबसे पहले ये सर्च किया गया कि नूपुर शर्मा ने आखिरी बयान कब दिया था। सर्च में पता चला कि नूपुर शर्मा ने 5 जून को एक बयान जारी करते हुए अपना विवादित बयान वापस ले लिया था और कहा था कि उनका किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का इरादा नहीं था। नूपुर शर्मा ने 29 मई को एबीपी न्यूज के एक इंटरव्यू में भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी थी। हालांकि, इन दो उदाहरणों के अलावा, विवाद के बाद उनका कोई अन्य बयान या टिप्पणी नहीं मिली।

रिवर्स सर्च करने पर क्या मिला ?
फिर वायरल वीडियो के सोर्स का पता लगाने की कोशिश की गई। वीडियो के फ्रेम को रिवर्स सर्च करने पर नूपुर शर्मा का 25 मई, 2018 का एक पुराना ट्वीट मिला। इसमें उन्होंने वीडियो में दिख रहे आउटफिट से मिलते-जुलते कपड़े पहने हुए अपनी तस्वीरें साझा की थीं। उन्होंने कैप्शन में लिखा कि तस्वीरें महाराष्ट्र के नगर में वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित व्यख्यान नामक एक कार्यक्रम की हैं। वहां उन्होंने "राष्ट्रवाद में महिलाएं" विषय पर बात की। उन्होंने लिखा, "कुछ बहुत ही उद्यमी नागर महिलाओं के साथ बातचीत करना भी एक सौभाग्य की बात थी, जो विभिन्न तरीकों से समाज में योगदान दे रही हैं।"

सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत
इसके आगे की पड़ताल में उस वीडियो तक पहुंचे, जो 24 मई, 2018 को "शिवशक्ति संगम" नाम के एक फेसबुक पेज से शेयर किया गया था। इसमें नूपुर शर्मा को बैकग्राउंड में एक बैनर के साथ एक मंच पर भाषण देते हुए देखा जा सकता है। उनमें से एक में हिंदी में "वनवासी कल्याण आश्रम, नगर" शब्द था। 36 मिनट के इस वीडियो को 3.40 मिनट का कर दिया गया है। पड़ताल में वीडियो और नूपुर शर्मा के ट्वीट के अलावा ऑनलाइन इवेंट के बारे में बहुत कुछ नहीं मिला। हालांकि, ये बात साफ है कि यह वीडियो 2018 का है। ऐसे में निष्कर्ष निकाला गया कि सोशल मीडिया पोस्ट में इसे नए बयान के तौर पर पेश किया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है।
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Fact Check
दावा
वीडियो में दावा किया गया कि पैगंबर मोहम्म्द पर टिप्पणी के बाद नूपुर शर्मा ने ये बयान दिया है।
नतीजा
ये दावा पूरी तरह से गलत है। वीडियो चार साल पुराना है।