Astro वाणी: केशव प्रसाद मौर्य बन सकते हैं यूपी में भाजपा के खेवनहार
भारतीय नूतन संवत् 2073 के शुभ अवसर पर यूपी की भाजपा को 2017 की राजनैतिक नैय्या को पार लगाने के लिए एक नया खेवनहार मिल गया है। वर्ष 2002 से अपनी राजनैतिक पारी शुरू करने वाले फूलपुर से सांसद केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है।
यूपी भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के दामन पर हैं खून के दाग!
वैसे तो 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव को अभी लगभग एक वर्ष है। फिर भी सभी राजनैतिक पार्टियों ने चुनावी दंगल में कूदने के लिए अभी से ही कमर कस ली है।
आइये ज्योतिषीय अध्ययन के आधार पर एक नजर डालते है कि क्या केशव प्रसाद मौर्य 2017 के चुनावों में भाजपा को जीत का ताज पहना पायेंगे ?
केशव प्रसाद मौर्य को 8 अप्रैल दिन शुक्रवार को लगभग अपरान्ह 3 बजकर 20 मिनट पर भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस समय पृथ्वी पर सिंह लग्न उदित हो रही थी। सिंह लग्न एक स्थिर राशि है, जिसका स्वामी सूर्य अष्टम भाव में अपने विरोधी शुक्र के साथ संग्रस्थ है। राजनीति का मुख्य कारक सूर्य होता है। सूर्य के सहयोग के बिना राजनैतिक सत्ता को हासिल करना मुश्किल होता है।
अपनी कुटिल ढाल से रोकना होगा
लग्नेश अष्टम भाव में होने के हेतु से केशव को कार्य करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा। संगठन में बदलाव को लेकर कई प्रकार के आरोपो को झेलना पड़ेगा। विरोधियों के हर वार को अपनी कुटिल ढाल से रोकना होगा।
सावधान रहिए वरना मुश्किल होगी
भाग्येश मंगल केन्द्र में अपनी वृश्चिक राशि में बैठकर राजयोग का निर्माण कर रहा है। यूपी की नाम राशि वृष है, जो तात्कालिक कुण्डली में दशम भाव में पड़ी है। दशम भाव राज्य का संकेतक स्थान है। यह एक शुभ संकेत है। लग्न में वक्री गुरू व राहु की युति है, जो चाण्डाल योग का निर्माण कर रही है। इसलिए आपको दलाल, महिलायें, भौतिक भोग वादी लोगों से विशेष कर सावधान रहना होगा अन्यथा छवि में दाग लग सकता है।
सफलता मिलने के आसार
भाग्य भाव में चन्द्र व बुध की युति है। यह संयोग आपके भाग्य पक्ष को मजबूत कर रहा है। यदि आप मठाधीशों को ज्यादा तवज्जों न देकर कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ने का प्रयास करेंगे तो बेहतर सफलता मिलने के आसार है। क्योंकि शनि ग्रह चतुर्थ भाव में अपने धुर विरोधी मंगल के साथ बैठा है। शनि कार्यकर्ताओं का संकेतक है, मंगल मठाधीशों का प्रतिनिधित्व करता है। अतः आपको यूपी में भाजपा की सत्ता लाने के लिए सीधे कार्यकर्ताओं से जुड़ना होगा।