एक साल बनकर तैयारी होगी मोनोपाल लाइन, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे भूमिपूजन
ग्वालियर, 18 मई। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की विधानसभा में बिजली आपूर्ति के लिए 18 मई को रात आठ बजे मोनोपोल लाइन का भूमिपूजन केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भूमि पूजन करेंगे।
भूमिपूजन के एक साल के भीतर यह लाइन बनकर तैयार होगी। इसके निर्माण होने से लोगों के घरों के ऊपर हाई टेंशन लाइन हट जाएगी। 25 हजार घरों को ट्रिपिंग, फाल्ट व लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी।
इस लाइन का हर पोल 18 मीटर का रहेगा। 66 केवी लाइन के इंसुलेटर व डिस्क लगाई जाएंगे, ताकि ट्रिपिंग व फाल्ट न आए। इस लाइन में निर्बाध बिजली आपूर्ति जारी रहे। अक्टूबर 2023 तक इसके कार्य को पूरा किया जाएगा। यह लाइन मोतीझील से शर्मा फार्म होते हुए बिरला नगर तक आएगी। पांच सब स्टेशन को यह लाइन आपस में जोड़ेगी और सबस स्टेशनों पर डबल सर्किट सप्लाई होगी।
ग्वलियर विधान सभा क्षेत्र में बिजली आपूर्ती करने वाली 33 केवी की लाइनें 50 साल पुरानी हैं। ये लाइनें जर्जर भी हो चुकी है। कूलर, पंखे व एसी का उपयोग काफी बढ़ गया है। साथ ही शहर का विस्तार भी हुआ है। इस कारण गर्मी के सीजन में लाइनें ओवरलोड हो जाती हैं। गर्मियों में 33 केवी के एक फीडर में 20 से ज्यादा ट्रिपिंग है।
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आंधी व बारिश में लंबे फाल्ट का सामना करना पड़ता है। पुरानी होने की वजह से तार टूट जाते हैं। साथ ही लोगों ने लाइनों के नीचे घर भी बना लिए हैं। लाइनों के नीचे घर होने से सुधारने में काफी दिक्कत होती है। इस परेशानी को खत्म करने के लिए मोनो पोल पर 33 केवी लाइन का निर्माण किया जा रहा है।
इस लाइन की खासियत
-
मोनो
पोल
पर
900
एम्पीयर
लोड
चलाया
जाता
है।
-पोल
की
ऊंचाई
23
मीटर
होगी।
ऊंचाई
अधिक
होने
से
पेड़
लाइन
को
फॉल्ट
नहीं
कर
पाएंगे।
आंधी
में
भी
यह
लाइन
बंद
नहीं
होगी।
-
दूसरी
लाइनों
का
लोड
डायवर्ट
किया
जा
सकता
है।
-
डबल
सर्किट
लाइन
इसके
ऊपर
रहती
है।
साल
में
एकाध
बार
ही
यह
लाइन
बंद
होती
है
और
मेंटेनेंस
की
जरूरत
कम
पड़ती
है।