सीएम गहलोत ने अफसरों से पूछा, IPS के बेटे व बाबा रामदेव पर तत्काल FIR क्यों नहीं?
मुख्यमंत्री ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कानून व्यवस्था पर पुलिस अधीक्षकों से लेकर पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के अधिकारियों से फीडबैक लिया।
Rajasthan government: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तत्काल एफआईआर दर्ज नहीं होने पर तल्ख लहजे में सवाल किया कि आईपीएस अधिकारी के बेटे ने इंस्पेक्टर से मारपीट की एफआईआर तत्काल क्यों दर्ज नहीं की। बाड़मेर में बाबा रामदेव के नफरत भरे बयान को लेकर एफआईआर के लिए शिकायत का इंतजार हो रहा था, ऐसा क्यों?
मुख्यमंत्री ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कानून व्यवस्था पर पुलिस अधीक्षकों से लेकर पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के अधिकारियों से फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अलवर व भरतपुर जिले साइबर ठगी में जामताड़ा बन गए हैं। उन्होंने रात 8 बजे बाद शराब की बिक्री मामले में सवाल किया कि जहां शराब मिल रही है, वहां के कितने थानाधिकारियों पर कार्रवाई की? अधिकारियों ने बताया 17 थानाधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है और अवैध शराब फैक्ट्री को लेकर जयपुर में दो थानाधिकारियों को निलम्बित किया।
इन पर भी जताई चिंता
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में धमकी देकर अवैध वसूली के मामले सामने आए हैं, युवाओं में मादक पदार्थ का सेवन चिंताजनक है। बदमाश जेल में बैठकर साजिश रच रहे हैं। सीकर एसपी ने सुझाव दिया कि जेलों में लगे कैमरों को अभय कमांड कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया जाए, जिससे जेल की गतिविधियों पर पुलिस नजर रख सक्रे।
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