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Bhadrapad Purnima Vrat Katha : पढ़ें भाद्रपद पूर्णिमा व्रत की कथा

By ज्ञानेंद्र शास्त्री
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नई दिल्ली, 20 सितंबर। आज भाद्रपद की पूर्णिमा है, ये पूर्णिमा सोमवार को पड़ी है, इसलिए इसे 'सोमवती पूर्णिमा' कहते हैं। कहा जाता है कि आज के दिन चांद की पूजा करने से इंसान के क्रोध की शांति होती है और उसके सारे कष्ट भी दूर होते हैं। सोमवती पूर्णिमा के दिन भगवान शिव और चांद दोनों की पूजा की जाती है। कहते हैं कि आज शिव की पूजा करने और फिर चांद को अर्ध्य देने से इंसान हमेशा सेहतमंद, धनी और संपन्न रहता है। वो कभी भी जीवनसाथी से अलग नहीं होता है। उसका परिवार हमेशा धन-धान्य से भरा पूरा रहता है।

Bhadrapad bhado Purnima vrat katha

आइए जानते हैं भाद्रपद पूर्णिमा व्रत की कथा (Bhadrapad Purnima Vrat Katha)

एक बार की बात है महर्षि दुर्वासा वायु मार्ग से भगवान शंकर से भेंट करके लौट रहे थे लेकिन रास्ते में उनकी मुलाकात भगवान विष्णु से हो गई। दुर्वासा ने उन्हें बताया कि वो शिवजी से मिलकर आ रहे हैं और इसके बाद उन्होंने विल्वपत्र की माला भगवान विष्णु को भेंट की लेकिन विष्णु जी ने उस माला को स्वयं पहनने के बजाय गरुड़ को पहना दी। जिस पर महर्षि दुर्वासा को क्रोध आ गया और उन्होंने भगवान विष्णु को श्राप देते हुए कहा कि तुम्हें अपने ऊपर बड़ा घमंड है ना, जाओ तुम्हारा सारा सुख खत्म हो जाएगा, तुम्हारी पत्नी लक्ष्मी जी तुमसे अलग हो जाएगी।

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जिस पर विष्णु जी को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने माफी मागंते हुए कहा कि अब दोबोरा ऐसी भूल ना होगी। जिस पर दुर्वासा शांत हो गए लेकिन उन्होंने कहा कि अब मैं श्राप को वापस नहीं ले सकता हूं लेकिन तुम्हें सोमवती पूर्णिमा के दिन महादेव और चांद की पूजा करनी होगी और उसके बाद से ही तुम श्राप के कष्ट से मुक्त हो पाओगे। जिसके बाद भगवान विष्णु ने क्षमा मांगते हुए शिव और चांद की पूजा सोमवती पूर्णिमा के दिन की, जिससे उनके सारे कष्ट दूर हो गए और उन्हें अपनी सारी खोई हुई चीजें प्राप्त हो गईं।

Bhadrapad Purnima vrat katha

पूर्णिमा के दिन ये भी करें

  • अगर आप कर्ज से परेशान हैं तो आज के दिन आप गरीबों को चावल दान करें।
  • अगर आप बीमारी से ग्रसित हैं तो आज के दिन ब्राहम्णों को भोजन कराएं।
  • अगर गृह कलह से दुखी हैं तो आज के दिन गाय को रोटी देना ना भूलें।
  • अगर आप सुख-शांति और समृद्दि चाहते हैं तो आज के दिन गरीबों को पेट भर भोजन कराएं।
  • अगर आप किसी से शादी करना चाहते हैं तो आज के दिन मां पार्वती और मां लक्ष्मी की भी पूजा करें और खीर का भोग लगाएं।

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English summary
Today is Bhadrapad bhado Purnima vrat or Somvati purinma vrat. here is Katha.
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