हरियाणा सरकार का ऑफर- 852 रिटायर्ड डॉक्टरों की भर्ती, 1 दिन की सैलरी 10 हजार रु. होगी
चंडीगढ़। बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए हरियाणा सरकार सेवानिवृत्त डॉक्टरों की नियुक्ति करेगी। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत भर्ती होने वाले इन चिकित्सकों को रोजाना दस हजार रुपये का मेहनताना दिया जाएगा। प्रदेश में संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में संक्रमितों के इलाज में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की कमी आड़े आ रही है। लिहाजा इस स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने एनएचएम के तहत 852 चिकित्सकों की भर्ती करने का फैसला लिया है।
इन चिकित्सकों को उनकी विशेषज्ञता के आधार पर अच्छी खासी तनख्वाह दी जाएगी। हरियाणा मेडिकल सर्विसेज (एचसीएमएस) कैडर के सेवानिवृत चिकित्सा अधिकारियों को भी सेवा में लिया जाएगा। हालांकि एचसीएमएस डॉक्टर की उम्र 70 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इन डॉक्टरों को एक साल के लिए अपनी सेवाएं देनी होंगी ताकि महामारी पर काबू पाया जा सके।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मुख्य सचिव विजयवर्धन ने हाई कोर्ट को सौंपी स्टेटस रिपोर्ट में कहा है कि ज्यादा से ज्यादा डॉक्टरों की सेवाएं लेने से कोरोना के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद भी कोरोना संक्रमण काबू नहीं हो रहा है। लाकडाउन लगाने के बावजूद संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है। फिलहाल प्रदेश में संक्रमण की दर 7.17 फीसद पर पहुंच गई है और रिकवरी रेट 79.10 फीसद पर ठहरा हुआ। मृत्यु दर में प्रदेश कहीं ज्यादा बेहतर स्थिति में है। प्रदेश में महज 0.88 फीसद ही मृत्यु दर है, जिससे चिकित्सकों का हौसला लगातार बढ़ रहा है।
ज्यादा
किराया
वसूल
रहे
चालकों
की
एंबुलेंस
होंगी
जब्त,
50
हजार
का
न्यूनतम
जुर्माना
हरियाणा
में
कोरोना
से
चल
रही
जंग
के
बीच
कई
लोग
ऐसे
भी
हैं
जो
मानवीयता
को
दरकिनार
कर
आपदा
को
अवसर
मानते
हुए
लोगों
की
मजबूरियों
का
फायदा
उठा
रहे
हैं।
प्रदेश
में
कई
स्थानों
पर
आपातकाल
में
एंबुलेंस
चालकों
द्वारा
कोरोना
मरीजों
से
मनमर्जी
के
रेट
वसूलने
की
शिकायतें
स्वास्थ्य
विभाग
के
पास
पहुंची
हैं।
इस
पर
एक्शन
लेते
हुए
प्रदेश
सरकार
ने
हिदायत
जारी
की
है
कि
एडवांस
लाइफ
सपोर्टस
एंबुलेंस
के
लिए
15
रुपये
प्रति
किलाेमीटर
तथा
सामान्यएंबुलेंस
के
लिए
सात
रुपये
प्रति
किमी
किराया
लिया
जा
सकता
है।
इससे
अधिक
किराया
लेने
पर
चालक
का
लाइसेंस
व
एंबुलेंस
का
पंजीकरण
प्रमाणपत्र
रद
करते
हुए
वाहन
को
जब्त
कर
लिया
जाएगा।
साथ ही न्यूनतम 50 हजार रुपये जुर्माना भी देना होगा। वहीं, काेरोना से जूझ रहे मरीजों को अब आयुर्वेदिक डॉक्टर रोजाना टेलीफोन पर सुबह आठ से दस बजे तक इम्युनिटी बढ़ाने और संक्रमण से निपटने के टिप्स देंगे। टेलीमेडिसन का लाभ उठाने के लिए हेल्प लाइन नंबर 1075 पर फोन कर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना की बीमारी में आयुर्वेदिक दवाइयों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इन दवाइयों के प्रभाव को देखते हुए हमने उक्त नंबर पर टेलीमेडिसिन की सुविधा प्रदान की है।
काल सेंटर पर वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सकों की टीम की ड्यूटी लगाई गई है। इससे होम आइसोलेशन में उपचाराधीन मरीजों को विशेष लाभ मिलेगा। वह इस नंबर पर फोन कर अपनी बीमारी और लक्षणों को बता सकेंगे। डॉक्टर मरीजों को दवाइयों सहित अन्य प्रभावी जानकारी देंगे।
हरियाणा
में
लगेंगे
60
ऑक्सीजन
प्लांट
स्वास्थ्य
मंत्री
अनिल
विज
ने
कहा
कि
हमें
छह
ऑक्सीजन
जनरेशन
प्लांट
मिले
थे
जिसमें
से
सोनीपत
और
करनाल
में
प्लांट
चालू
हो
चुके
हैं।
अंबाला,
पंचकूला,
फरीदाबाद
और
हिसार
में
यह
प्लांट
जल्द
चालू
हो
जाएंगे।
केंद्र
सरकार
ने
इसके
अलावा
60
प्लांट
और
भी
मंजूर
किए
हैं
जो
30
बेड,
50
बेड,
100
बेड
और
200
बेड
अस्पतालों
में
स्थापित
किए
जाएंगे।
इसके
सिविल
वर्क
का
काम
नेशनल
हाईवे
को
दिया
गया
है।
सात
दिन
के
अंदर
सिविल
वर्क
पूरा
कर
लिया
जाए।
प्लांट
लगाने
की
जिम्मेदारी
डीआरडीओ
और
केंद्र
सरकार
की
एजेंसी
को
दी
गई
है।
प्राइवेट
अस्पतालों
को
भी
छह
महीने
के
भीतर
जरूरत
के
हिसाब
से
ऑक्सीजन
जनरेशन
प्लांट
लगवाने
होंगे।