TMC विधायक का विवादित बयान, कहा- राज्यपाल धनखड़ सांप्रदायिक, PM को बताया था 'पूरा नाकाम'
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर सांप्रदायिक होने के आरोप (jagdeep dhankhar communal) लगे हैं। तृणमूल कांग्रेस के विधायक इदरीस अली ने कहा कि राज्यपाल सांप्रदायिक हैं। इदरीस अली पहले भी विवादित बयान दिए हैं।
कोलकाता, 13 जुलाई : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच टकराव कोई नई बात नहीं। हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ की जुबानी जंग के बाद अब तृणमूल कांग्रेस के विधायक राज्यपाल से भिड़ते दिख रहे हैं। टीएमसी विधायक इदरीस अली ने राज्यपाल को सांप्रदायिक (Jagdeep Dhankhar communal) करार दिया है। उन्होंने विवादित बयान पहली बार नहीं दिया है। इदरीस ने इससे पहले श्रीलंका में जारी अस्थिरता को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था कि भारत के हालात भी नाजुक हैं। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी भी श्रीलंका के राष्ट्रपति की तरह इस्तीफा देकर फरार हो जाएंगे।
राज्यपाल सांप्रदायिक व्यवहार करते हैं !
टीएमसी विधायक इदरीस अली ने एक और विवाद छेड़ते हुए बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल धनखड़ सांप्रदायिक हैं। उन्होंने कहा, आरोप लगाया कि राज्यपाल सांप्रदायिक तरीके से व्यवहार करते हैं। उनकी टिप्पणी धनखड़ द्वारा जनता से राज्य में चरम तुष्टीकरण पर चुप्पी तोड़ने की अपील करने के बाद आई है।
राज्यपाल धनखड़ ने क्या कहा
बता दें कि धनखड़ ने इदरीस अली के बयान से पहले ट्विटर कहा, पश्चिम बंगाल सरकार सिविल सोसाइटी, बुद्धिजीवियों और मीडिया से चुप्पी तोड़ने की अपील करती है। उन्होंने कहा कि राज्य में अत्यधिक तुष्टिकरण, सांप्रदायिक संरक्षण, माफिया सिंडिकेट जबरन वसूली के चिंताजनक परिदृश्य हैं। शासन को इन्हें उजागर करना चाहिए। इससे राज्य में लोकतांत्रिक मूल्य और मानवाधिकार संरक्षण में मदद मिलेगी। भ्रष्टाचार को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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राज्यपाल के बयान से भड़के इदरीस अली ?
टीएमसी विधायक ने राज्यपाल के बयानों की निंदा करते हुए कहा, वह सांप्रदायिक व्यक्ति हैं। वे जिस तरह व्यवहार कर रहे हैं वह बेहद निंदनीय है। वे सांप्रदायिक हैं। इदरीस अली के बयान पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि टीएमसी में संविधान और संघवाद का सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा, ...अनपढ़ लोगों के बयानों पर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है। टीएमसी सांसदों और विधायकों ने सारी हदें पार कर दी हैं।
भाजपा का आरोप- CM ममता की भी सहमति
बकौल प्रियंका टिबरेवाल, हमने देखा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कैसे देवी काली पर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाली सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी के बाद भी खामोश अख्तियार कर रखी है। इससे पता चलता है कि इन चीजों में मुख्यमंत्री की भी सहमति है। एएनआई की रिपोर्ट में भाजपा नेता प्रियंका ने कहा, प्रधानमंत्री के बारे में इदरीस अली की टिप्पणी इन लोगों की मानसिकता को दर्शाती है। इसका मतलब है कि ये लोग संविधान और संघवाद के प्रति सम्मान नहीं रखते।
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PM मोदी का इस्तीफा और फरार होने की बात
श्रीलंका में राजनीतिक-सामाजिक अशांति के बारे में तृणमूल विधायक इदरीस अली ने गत 10 जुलाई को कहा था कि भारत में भी ऐसी स्थिति आ सकती है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा था कि श्रीलंका जैसे बुरे हालात आने पर पीएम मोदी इस्तीफा देकर फरार हो जाएंगे।
विवादित बयानों का सिलसिला
विवादित बयानों का सिलसिले में इदरीस अली ने पठानकोट आतंकी हमले के बाद कहा था, पीएम का कनेक्शन आतंकियों से है, इसलिए आतंकी हमला हुआ। बता दें कि 2014 में इदरीस अली पश्चिम बंगाल की बसीरहाट लोक सभा सीट से तृणमूल सांसद बने थे। फिलहाल वे पश्चिम बंगाल विधानसभा में विधायक हैं। अभी बसीरहाट सीट से टीएमसी नेता नुसरत जहां तृणमूल सांसद हैं।
ममता पर आंच तो बंगाल जलेगा ?
दिसंबर 2014 में इदरीस अली ने एक भड़काऊ बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि शारदा चिटफंड मामले में अगर ममता बनर्जी को गिरफ्तार किया जाता है तो पूरा बंगाल जल उठेगा। बता दें कि शारदा चिटफंड मामले में अभी अदालत में केस लंबित हैं।
आडवाणी से मुलाकात का दावा
सांसद रहने के दौरान इदरीस अली ने दिसंबर 2016 में दावा किया कि उन्होंने भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी से भेंट की। उन्होंने आडवाणी के हवाले से कहा, एलके आडवाणी ने उनसे कहा कि उन्हें इस्तीफा देने का मन करता है। आडवाणी ने कहा कि अगर अटल जी संसद में होते तो वे भी विचलित हो जाते। बकौल इदरीस अली, आडवाणी जी ने कहा कोई जीते या हारे, इस हंगामे से संसद की हार हो रही है। स्पीकर से बात कर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सेहत के बारे में आडवाणी ने कहा, मेरी सेहत ठीक है लेकिन पार्लियामेंट की सेहत ठीक नहीं।
ममता को मिले भारत रत्न
नवंबर 2018 में इदरीस अली ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भारत रत्न देने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि ममता राष्ट्रीय एकजुटता, सौहार्द और विकास का सिंबल हैं। बकौल इदरीस अली, ममता बनर्जी बेमिसाल महिला हैं। उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा को लेकर भाजपा ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण और हिंसा का सहारा लेने के आरोप लगाती रही है।