Adenovirus: अब तक 19 बच्चों की मौत से बंगाल में चिंता गहराई, CM ममता की मास्क पहनने की अपील, दिशानिर्देश जारी
पश्चिम बंगाल में Adenovirus से संक्रमित 19 बच्चों की मौत और बढ़ते मामलों कारण चिंता गहराने लगी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। जानिए अहम बातें
Adenovirus से संक्रमित बच्चों की मौत का आंकड़ा डराने लगा है। पश्चिम बंगाल में इस वायरस से संक्रमित बच्चों के बढ़ते मामलों कारण चिंता गहराने लगी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने बच्चों के लिए मास्क से जुड़े नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। बता दें कि कई बच्चों की मौत सरकारी अस्पताल में, जबकि कुछ की मौत निजी हॉस्पिटल में हुई है। जानिए सरकार के नए दिशानिर्देश की अहम बातें
19 बच्चों की मौत पर CM ममता क्या बोलीं?
पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस से अब तक 19 बच्चों की मौत होने की सूचना है। मामले की गंभीरता को भांपते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बच्चों से मास्क पहनने को कहा है। ममता बनर्जी ने बच्चों से न घबराने की अपील के साथ जरूरी एहतियात बरतने को कहा। उन्होंने कहा कि एडेनोवायरस के कारण जिन 19 बच्चों की मौत हुई है, उनमें से 13 कॉमॉरबिडिटी वाले मरीज थे। यानी 13 बच्चे एडेनोवायरस के अलावा किसी और बीमारी से भी पीड़ित थे।
डॉक्टरों से इलाज कराने का सुझाव
नए दिशानिर्देशों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर बच्चे को खांसी और जुकाम है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। बुखार होने पर बिना कोई कोताही बरते स्थानीय अस्पताल में भर्ती होना चाहिए, डॉक्टरों की निगरानी में समुचित इलाज कराना चाहिए।
किन बच्चों पर अधिक खतरा
डॉक्टरों के अनुसार, जिन बच्चों की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है या जिनकी सांस या हृदय संबंधी बीमारियों का इतिहास रहा है। ऐसे बच्चों में एडेनोवायरस संक्रमण से पीड़ित होने की संभावना अधिक होती है।
Pediatric CCU में मरीजों की भरमार
वर्तमान में, पश्चिम बंगाल के कई अस्पतालों की बाल चिकित्सा क्रिटिकल केयर यूनिट (Pediatric CCU) में मरीजों की भारी भीड़ है। सांस की बीमारियों से पीड़ित अधिकांश मरीजों के एडेनोवायरस संक्रमित होने की आशंका है। हर जिले में स्वास्थ्य विभाग और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एडेनोवायरस के मामलों से निपटने के लिए सतर्क रहने और आवश्यक बुनियादी ढांचे और उपकरणों के साथ तैयार रहने को कहा गया है।
संक्रमण किसी को भी हो सकता है, छोटे बच्चों पर अधिक खतरा
शीर्ष अमेरिकी संस्था- रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार, एडेनोवायरस शरीर में हल्की से गंभीर बीमारी तक का कारण बन सकता है। खास तौर पर इस वायरस का संक्रमण सांस की नली को प्रभावित करता है। वायरस किसी भी उम्र के बच्चों को संक्रमित कर सकता है, लेकिन अभी तक की शोध और रिपोर्ट किए मामलों के आधार पर नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों को अधिक संवेदनशील माना जा रहा है।
तबीयत अधिक बिगड़ने के लक्षण
एडेनोवायरस हल्की से गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इस बात पर CDC का कहना है कि इस वायरस के गंभीर लक्षणों में सामान्य सर्दी या फ्लू, बुखार, गले में खराश, तीव्र ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, गुलाबी आंख, आंत और पेट में तेज जलन (acute gastroenteritis) के कारण उल्टी या डायरिया जैसी परेशानी आम हैं। मरीज की स्थिति गंभीर होने पर निमोनिया और pharyngeal-conjunctival फीवर जैसे परिणाम भी हो सकते हैं।
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Adenovirus सांस संबंधी संक्रमण
इससे पहले भी गत एक मार्च को बंगाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइरी जारी की थी। डॉक्टरों ने इस वायरस के प्रति बच्चों को संवेदनशील बताया है। सांस संबंधी संक्रमण के कारण कई बच्चों की मौत हुई है। खास तौर पर राजधानी कोलकाता में चिंता गहरा रही है। बच्चों में फैल रहा ये संक्रमण Respiratory infections का कारण भी बनता जा रहा है।
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