उत्तराखंड में टिकट को लेकर कांग्रेस के अंदर शुरू हुआ मंथन, जानिए क्या है फॉर्मूला
कांग्रेस के टिकटों के लिए बनाई गई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दून में आयोजित
देहरादून, 24 नवंबर। उत्तराखंड की सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। इसके लिए अब चुनाव में टिकट बंटवारे के सबसे अहम कड़ी पर कांग्रेस ने फोकस करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के टिकटों के लिए बनाई गई स्क्रीनिंग कमेटी ने बुधवार को सभी पदाधिकारियों और समितियों से फीडबैक ले लिया है। जिसके बाद दिल्ली हाईकमान को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सूत्रों की मानें तो सिटिंग विधायकों के अलावा दर्जनभर पूर्व विधायकों के टिकट तय माने जा रहे हैं।
स्क्रीनिंग
कमेटी
की
बैठक
में
हुआ
मंथन
उत्तराखंड
में
सियासी
मंच
चुनाव
के
लिए
तैयार
हो
चुका
है।
राजनैतिक
दल
अब
अपने-अपने
सैनिकों
को
चुनावी
मैदान
में
उतारने
जा
रहे
हैं।
इसके
लिए
टिकट
बंटवारे
की
प्रक्रिया
तेज
हो
गई
है।
उम्मीद
लगाई
जा
रही
है
कि
दिसंबर
तक
कांग्रेस
अधिकतर
सीटों
पर
अपने
प्रत्याशियों
का
ऐलान
कर
देंगे।
इसके
लिए
स्क्रीनिंग
कमेटी
ने
अपना
वर्कआउट
शुरू
कर
दिया
है।
बुधवार
को
कांग्रेस
के
टिकट
तय
करने
के
लिए
गठित
स्क्रीनिंग
कमेटी
की
देहरादून
में
बैठक
हुई।
बैठक
में
कमेटी
के
अध्यक्ष
अविनाश
पांडे,
उत्तराखंड
कांग्रेस
प्रभारी
देवेंद्र
यादव,
पूर्व
मुख्यमंत्री
हरीश
रावत,
प्रदेश
कांग्रेस
के
अध्यक्ष
गणेश
गोदियाल,
नेता
प्रतिपक्ष
प्रीतम
सिंह,
सह
प्रभारी
श्रीमती
दीपिका
पांडे,
राजेश
धर्मानी,
वीरेंद्र
राठौड़,
डा
अजय
कुमार
मौजूद
रहे।
इस
बैठक
में
सभी
ने
टिकट
बंटवारे
के
फॉर्मूले
पर
सहमति
जताई
है।
बैठक
के
बाद
कमेटी
ने
प्रदेश
कांग्रेस
की
चुनाव
से
संबंधित
विभिन्न
कमेटी
के
प्रतिनिधियों
से
भी
मुलाकात
की।
इसके
बाद
कमेटी
अपनी
रिपोर्ट
दिल्ली
हाईकमान
को
सौंपने
जा
रही
है।
22
टिकट
पर
लग
सकती
है
सबसे
पहले
मुहर
कांग्रेस
के
अंदर
इस
समय
कई
टिकट
फॉर्मूले
पर
विचार
चल
रहा
है।
जिसमें
से
सिटिंग
विधायक
और
दर्जनभर
पूर्व
विधायकों
के
टिकट
तय
माने
जा
रहे
हैं।
इस
तरह
करीब
22
टिकट
पर
पहले
राउंड
में
दिल्ली
से
मुहर
लगनी
तय
है।
इसके
बाद
उन
सीटों
पर
माथापच्ची
होनी
तय
है।
जिसमें
2017
में
कांग्रेस
को
बुरी
तरह
से
हार
का
सामना
करना
पड़ा
था।
साथ
ही
दलबदल
को
लेकर
अभी
विराम
नहीं
लगा
है।
ऐसे
में
दिसंबर
में
एक
बार
फिर
कुछ
चेहरे
इधर
से
उधर
होने
तय
हैं।
इसको
लेकर
भी
पार्टी
वेट
एंड
वॉच
की
स्थिति
में
है।
इसके
अलावा
पूर्व
सीएम
हरीश
रावत
ने
पूर्व
सैनिकों,
महिलाओं
और
युवाओं
को
भी
टिकट
फॉर्मूले
में
फिट
करने
का
दावा
किया
है।
जिसको
लेकर
आने
वाले
दिनों
में
कांग्रेस
के
अंदर
नए
समीकरण
बन
सकते
हैं।
इसके
साथ
ही
कांग्रेस
को
भाजपा
के
अंदर
चल
रहे
राजनीतिक
उठापटक
पर
भी
नजर
हैा
अब दिल्ली में होगा मंथन
यशपाल आर्य के कांग्रेस में आने के बाद कांग्रेस के अंदर कई तरह के समीकरण बदल गए हैं। इसके साथ ही कृषि कानून बिल को लेकर भाजपा के बैकफुट में आने के बाद भी तराई सीटों पर कांग्रेस के अंदर नए समीकरण बन सकते हैं। पहले दौर की मीटिंग में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने ऐसे सीटों पर भी नामों पर चर्चा की जहां एक सीट पर 5 से 10 नाम दावेदारों में शामिल हैं। इन सीटों पर कांग्रेस ने संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट भी तैयार करेगी। जिस पर दिल्ली में हाईकमान के साथ उत्तराखंड के शीर्ष कांग्रेसी नेतृत्व की बैठक होगी। उसके बाद ही ऐसी सीटों पर नाम फाइनल होंगे। इन सीटों पर विवाद होने की स्थिति में कांग्रेस इन सीटों पर बाद में प्रत्याशियों का चयन करेगी।