Kedarnath Temple Security :केदारनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए मंदिर समिति ने शासन को लिखा पत्र, जानिए वजह
केदारनाथ की सुरक्षा को लेकर मंदिर समिति ने शासन को लिखा पत्र
केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज पर शीतकाल के लिए गुरूवार को बंद कर दिए गए हैं। अब छह माह बाद शीतकालीन गद्दी में बाबा केदार के दर्शन होंगे। कपाट बंद करने से पहले केदारनाथ मंदिर का गर्भगृह स्वर्णमंडित किया गया है। अब शीतकाल में कपाट बंद होने के बाद मंदिर की सुरक्षा के लिए बद्री केदार मंदिर समिति ने शासन से सुरक्षाा को लेकर पत्र लिखा है। जिसमें शीतकाल में मंदिर की सुरक्षा की मांग की गई है।
केदारनाथ का गर्भगृह स्वर्णमंडित किया जा चुका
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजेय ने बताया कि केदारनाथ का गर्भगृह स्वर्णमंडित किया जा चुका है। ऐसे में शीतकाल में मंदिर की सुरक्षा को लेकर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मंदिर समिति की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई है। बता दें कि 550 सोने की परतों से गर्भगृह की दीवारें और छत नए भव्य स्वरूप में दिख रही हैं। इसकी दीवारों और छतों को 19 कारीगरों ने तीन दिन में सोने की 550 परत से सजाकर भव्य स्वरूप दिया है। महाराष्ट्र के एक दानी के सहयोग से बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने यह कार्य किया है। एएसआई के अधिकारियों की देखरेख में यह कार्य किया गया, जो कपाट से पहले पूरा हो गया। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को स्वर्णमंडित करने के लिए पहले चांदी हटाई गई। मंदिर समिति के अधिकारियों की मौजूदगी में चांदी को हटाने के बाद मंदिर के भंडार गृह में सुरक्षित रख दिया गया। उसके बाद चांदी के स्थान पर तांबा लगाया गया। गर्भगृह की दीवारों पर तांबा चढ़ाने के बाद नाप लिया गया और फिर से इस तांबे को निकालकर वापस महाराष्ट्र ले जाया गया। जहां तांबे की परत की नाप पर सोने की परत तैयार की गई। सोने की ये परतें मंदिर के गर्भगृह, चारों खंभों और स्वयंभू शिवलिंग के आसपास की जलहरी में भी लगाई गई है। इस कार्य में 19 मजदूर लगे हुए थे, गौरीकुंड से घोड़ा-खच्चरों से सोने की ये 550 परतें केदारनाथ पहुंचाई गईं।
केदारनाथ धाम में ही यात्रियों को गर्भ गृह के दर्शन करने की अनुमति
चारों धाम में केदारनाथ धाम में ही यात्रियों को गर्भ गृह के दर्शन करने की अनुमति होती है। जबकि बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में श्रद्धालु बाहर से ही दर्शन करते हैं। मन्दिर को तीन भागों में बांटा जा सकता है गर्भ गृह,मध्यभाग और सभा मण्डप। गर्भ गृह के मध्य में भगवान श्री केदारेश्वर जी का स्वयंभू ज्योतिर्लिंग स्थित है जिसके अग्र भाग पर गणेश जी की आकृति और साथ ही मां पार्वती का श्री यंत्र विद्यमान है। केदारनाथ में स्वयम्भू शिवलिंग है। जिस वजह से यहां पर यात्रियों को गर्भ गृह में जाने दिया जाता है।