Chardham yatra:1 हफ्ते में 20 मौत पर पीएमओ ने लिया संज्ञान, राज्य सरकार आई हरकत में, जानिए क्या हुआ बदलाव
चारधाम में 20 श्रद्धालुओं की मौत पर पीएमओ ने लिया संज्ञान
देहरादून, 11 मई। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के पहले ही हफ्ते में 20 श्रद्धालुओं की मौत के मामले में पीएमओ ने संज्ञान लिया है। साथ ही रिपोर्ट तलब की गई है। जिसके बाद प्रदेश सरकार हरकत में आ गई है। सबसे पहले सरकार ने चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का निर्धारण किया है। साथ ही हेल्थ संबंधी एडवाइजरी की गई है। इधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी यात्रियों से रजिस्ट्रेशन कराना सुनिश्चित करने को कहा है।
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यात्रा
के
लिए
साढ़े
नौ
लाख
से
अधिक
यात्री
करा
चुके
हैं
पंजीकरण
2
साल
कोविड
के
कारण
यात्रा
पर
लगे
प्रतिबंध
का
असर
इस
बार
चारधाम
यात्रा
पर
साफ
दिखाई
दे
रहा
है।
चारधाम
के
कपाट
खुलने
के
साथ
ही
यात्रा
में
जबरदस्त
उत्साह
नजर
आ
रहा
है।
अब
तक
यात्रा
के
लिए
साढ़े
नौ
लाख
से
अधिक
यात्री
पंजीकरण
करा
चुके
हैं।
इसमें
केदारनाथ
धाम
के
लिए
पंजीकरण
का
आंकड़ा
3.35
लाख
से
अधिक
पहुंच
गया
है।
जिससे
धामों
में
अव्यवस्थाएं
भी
हावी
हो
रही
है।
इतनी
मात्रा
में
यात्रियों
के
पहुंचने
से
शासन
प्रशासन
के
हाथ
पांव
फूल
रहे
हैं।
ऐसे
में
बदइंतजामी
भी
नजर
आने
लगी
है।
इस
बीच
एक
हफ्ते
में
20
श्रद्धालुओं
की
यात्रा
के
दौरान
मौत
का
आंकड़ा
भी
डराने
लगा
है।
जिसको
लेकर
केन्द्र
भी
अलर्ट
नजर
आ
रहा
है।
जिसको
लेकर
पीएमओ
की
रिपोर्ट
तलब
करने
की
खबरें
आ
रही
है।
जिसके
बाद
प्रदेश
का
स्वास्थ्य
महकमा
भी
अलर्ट
हो
गया
है।
स्वास्थ्य
विभाग
ने
हेल्थ
एडवाइजरी
जारी
की
है।
साथ
ही
चारधामों
के
मुख्य
पड़ावों
में
चेकिंग
और
जांच
के
लिए
स्वास्थ्य
विभाग
की
टीमें
अलर्ट
अलर्ट
कर
दी
गई
है।
साथ
ही
ज्यादा
से
ज्यादा
जांच
करने
को
कहा
गया
है।
हालांकि
जिस
तरह
की
भीड़
चारधाम
में
पहुंच
रही
है,
उसके
लिए
स्वास्थ्य
विभाग
के
पास
संसाधन
जुटाना
आसान
नहीं
है।
श्रद्धालुओं
को
रजिस्ट्रेशन
अनिवार्य
मौत
का
आंकड़ा
बढ़ते
देख
राज्य
सरकार
भी
हरकत
में
आ
गई
है।
मुख्यमंत्री
पुष्कर
सिंह
धामी
ने
कहा
है
कि
धीरे-धीरे
व्यवस्थाएं
पटरी
पा
आ
रही
है।
उन्होंने
यात्रा
में
आने
वाले
सभी
श्रद्धालुओं
को
रजिस्ट्रेशन
अनिवार्य
रुप
से
करने
को
कहा
है।
साथ
ही
मुख्यमंत्री
पुष्कर
सिंह
धामी
के
निर्देश
पर
यात्रा
सीजन
के
पहले
45
दिनों
के
लिए
गंगोत्री,
यमुनोत्री,
केदारनाथ
एवं
बद्रीनाथ
में
प्रतिदिन
दर्शन
के
लिए
आने
वाले
तीर्थ
यात्रियों,
श्रद्धालुओं
की
अधिकतम
संख्या
में
एक-एक
हजार
की
वृद्धि
की
गई
है।
संशोधित
शासनादेश
के
अनुसार
अब
गंगोत्री
में
8
हजार,यमुनोत्री
में
5
हजार,
केदारनाथ
में
13
हजार
एवं
बद्रीनाथ
में
16
हजार
तीर्थ
यात्री,श्रद्धालु
प्रतिदिन
दर्शन
कर
सकेंगे।
हालांकि
पहले
जो
निर्देश
जारी
किए
गए
थे,
उसके
हिसाब
से
दर्शन
नहीं
हो
रहे
थे।
धामों
में
जिस
तरह
की
भीड़
जुट
रही
है,
उस
हिसाब
से
दर्शन
के
लिए
लिमिट
तय
करना
आसान
नहीं
है।
पुलिस
की
ओर
से
भी
संख्या
बढ़ने
पर
चेकपोस्ट
पर
ही
बिना
रजिस्ट्रेशन
के
जा
रहे
यात्रियों
को
आगे
जाने
से
रोकने
की
बात
की
जा
रही
है।
लेकिन
ये
बात
साफ
है
कि
भीड़
को
देखते
हुए
फिलहाल
चारधामों
में
यात्रा
प्रशासन
और
सरकार
के
नियंत्रण
में
नहीं
है।