उत्तराखंड के यशवंत ने किया कमाल, 24 साल की उम्र में मिला ₹23 करोड़ का सालाना पैकेज
चंपावत, 18 जून। कहते हैं कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती और वह अपने लिए रास्ता बना ही लेती है। उत्तराखंड के यशवंत चौधरी इसी तरह की प्रतिभा वाले युवा हैं जिसने चंपावत जैसे दूरस्थ इलाके में रहकर खुद को निखारा और अब मल्टीनेशनल कंपनी में 23 करोड़ के सालाना पैकेज की जॉब ले ली है।
पहली ही नौकरी टेस्ला जैसी बड़ी कंपनी में
खास बात ये है कि यशवंत ने ये कमाल अपनी पहली ही नौकरी में कर दिखाया है। 23 करोड़ रुपये के सालाना पैकेज पाने वाले यशवंत की उम्र अभी महज 24 साल ही है। यानि कि यह तो सिर्फ अभी शुरुआत है। ऐसा करके न सिर्फ अपने जनपद चंपावत बल्कि उत्तराखंड का भी नाम बढ़ाया है।
(तस्वीर में सबसे बाएं हैं यशवंत चौधरी- मल्लिकार्जुन सीनियर सेकंडरी स्कूल के फेसबुक पेज से साभार)
सीनियर मैनेजर की होगी जिम्मेदारी
यशवंत चौधरी को जर्मनी में टेस्ला गीगा फैक्ट्री में जॉब मिली हैं जहां पर वह सीनियर मैनेजर के रूप में काम करेंगे। अभी जुलाई तक वह ऑनलाइन काम करेंगे। इसके बाद बंगलुरु में उन्हें कंपनी की तरफ से अगस्त से अक्टूबर तक तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद उन्हें जर्मनी के बर्लिन में पोस्टिंग दी जाएगी।
(तस्वीर- मल्लिकार्जुन सीनियर सेकंडरी स्कूल चंपावत के फेसबुक पेज से साभार)
चंपावत से ही रहकर की स्कूलिंग
कारोबारी शेखर चौधरी के बेटे यशवंत ने अपनी स्कूलिंग चंपावत में ही रहते हुए मल्लिकार्जुन स्कूल से की थी। स्कूलिंग के बाद वह यशवंत के लिए बीटेक करने का फैसला किया और उन्होंने पड़ोसी जिले पिथौरागढ़ के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से अपनी डिग्री पूरी की। साल 2020 में वह गेट की परीक्षा में बैठे और यहां 870वीं रैंक हासिल की।
(तस्वीर- मल्लिकार्जुन सीनियर सेकंडरी स्कूल चंपावत के फेसबुक पेज से साभार)
गेट पास करने के बाद ही शुरू की थी नौकरी
गेट पास करने के बाद यशवंत का बेंगलुरु की एक कंपनी में ट्रेनी मैनेजर के रूप में चयन हो गया। कोरोना के चलते यशवंत वर्क फ्रॉम होम के तहत ऑनलाइन काम कर रहे हैं। अब दो साल के बाद यशवंत को पहली फुल टाइम जॉब मल्टीनेशनल कंपनी में 30 लाख डॉलर के सालाना पैकेज पर लगी है। अब यशवंत के चयन के बाद उनके परिजनों और दोस्तों के साथ ही पुराने स्कूल में भी खुशी का माहौल है। मल्लिकार्जुन स्कूल ने प्रधानाचार्य ने इस उपलब्धि पर यशवंत चौधरी को सम्मानित किया।