अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को UP लाने में फायदेमंद साबित होगा इको टूरिज्म बोर्ड, जानिए
लखनऊ, 17 अगस्त: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने यूपी को देश ही नहीं पूरे विश्व के मानचित्र पर लाने के लिए यहां के पयर्टन केंद्रों को संरक्षित करने और उसकी ब्रांडिंग करने का काम शुरू किया है। इसी कड़ी में योगी सरकार ने अब यूपी में इको टूरिज्म बोर्ड के गठन का फैसला किया है। इको टूरिज्म बोर्ड का गठन उत्तर प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने का ही एक हिस्सा है। यूपी सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस बोर्ड के गठन के बाद यूपी में घरेलू और विदेशी पर्यटकों को लाने में मदद मिलेगी।
दरसअल सरकार ने वनों और वन्यजीव अभयारण्यों के बाहरी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास और प्रबंधन के लिए लखनऊ में मुख्यालय के साथ एक पर्यावरण-पर्यटन विकास बोर्ड की स्थापना को अपनी मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बोर्ड की स्थापना को मंजूरी देने वाली राज्य कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की।
पर्यटकों को आकर्षित करने की कवायद
बोर्ड में उत्तर प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए स्थापित किए जा रहे इको-टूरिज्म बोर्ड के अलावा एक कार्यकारी समिति शामिल होगी। सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल पर ईको-टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा और वन विभाग की मदद से जंगल सफारी के लिए गाइड को प्रशिक्षित किया जाएगा।
सीएम होंगे टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इको टूरिजम बोर्ड के अध्यक्ष होंगे जिसमें सदस्य के रूप में पदेन और विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। कृषि, वन, आयुष, वित्त, पर्यटन, सिंचाई, ग्रामीण विकास मंत्री, यूपी वन निगम के अध्यक्ष, मुख्य सचिव, मुख्य वन्यजीव वार्डन और वन विभाग के प्रमुख भी इसके सदस्य होंगे।
मुख्य सचिव भी इस बोर्ड में रहेंगे शामिल
अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं प्रधान सचिव और सचिव (पर्यटन) बोर्ड के सचिव होंगे जबकि एसीएस, प्रधान सचिव, सचिव पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन बोर्ड के समन्वयक के रूप में काम करेंगे। उत्तर प्रदेश में एक राष्ट्रीय उद्यान, 26 वन्यजीव अभ्यारण्य और 12 पक्षी अभयारण्य हैं। इन राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्यों तक पर्यटकों की पहुंच कैसे बने इसको लेकर सरकार प्रयास कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय पयर्टकों को लाने की कोशिश
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह कहा कि बोर्ड राज्य को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में विशाल ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक विरासत और प्राकृतिक संसाधनों के समुचित प्रचार की आवश्यकता है, जो इस बोर्ड के माध्यम से किया जाएगा। बोर्ड में शामिल दस विभाग पर्यटन, वन, आयुष, ग्रामीण विकास और सिंचाई, शहरी विकास, कृषि, बागवानी, खेल और परिवहन हैं।