मथुरा: सामने आया एक और जवान का वीडियो, पीएम से कहा बदल दो पुलिस एक्ट
पैरामिलिट्री फ़ोर्स के जवानों की मांग और शिकायतों के वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही ने अपने आला-अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न किये जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला है।
फिरोजाबाद। पैरामिलिट्री फ़ोर्स के जवानों की मांग और शिकायतों के वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही ने अपने आला अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न किये जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस में हड़कंप मच गया है। ये भी पढ़ें: तेज बहादुर यादव के बाद एक और BSF जवान ने डाला वीडियो, बताया किस-किस तरह के होते हैं घपले
पैरामिलेट्री फ़ोर्स सेना के जवानों के वीडियो वायरल होने के बाद अब उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही ने अधिकारियों द्वारा उसका उत्पीड़न किये जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। मथुरा के नौझील इलाके के रहने वाले सिपाही सर्वेश चौधरी ने वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा है कि वो पुलिस एक्ट 1861 को बदलें। इसके बाद सर्वेश कह रहे हैं कि पहले अंग्रेज शोषण करते थे और अब अधिकारी शोषण करते है। वहीं, वे इस वीडियो में फिरोजाबाद में तैनाती के दौरान अपने अधिकारियों पर भी निलंबन करने का आरोप लगा रहे हैं।
वहीं, सर्वेश चौधरी का कहना है कि, मोदी जी से मैं एक अपील करना चाहता हूं। हमारे भारत में पुलिस एक्ट 1861 का काला कानून क्यों अभी तक चल रहा है....
घरवालों
का
है
ये
कहना
वर्तमान
में
एटा
पुलिस
लाइन
में
तैनात
सर्वेश
के
परिवार
वालों
का
भी
कहना
है
कि
उसका
उत्पीड़न
हो
रहा
है।
सर्वेश
के
भाई
का
कहना
है
कि
वह
2011
में
पुलिस
में
भर्ती
हुआ
था।
उसके
कुछ
दिन
बाद
से
ही
उसे
परेशान
किया
जाने
लगा।
गाजियाबाद
में
पहली
तैनाती
के
दौरान
उसका
शोषण
किया।
जिसके
बाद
उसे
बागपत
भेज
दिया
फिर
बागपत
से
सस्पेंड
कर
उसे
आगरा
भेज
दिया
और
वहां
से
फिरोजाबाद।
बताया गया कि फिरोजाबाद में सर्वेश वहां तैनात बाबू से पे-स्लिप मांगने गया तो उससे 500 रुपये मांगे। सर्वेश ने रुपये नहीं दिए और इसकी शिकायत एस पी देहात संजय यादव से की तो उसे गाली गलौज करते हुए कार्यालय से बाहर कर दिया गया। इसकी शिकायत तत्कालीन फिरोजाबाद के एस एस पी पियूष श्रीवास्तव से की तो उसे उन्होंने निलंबित कर दिया ।
वहीं, सर्वेश के चचेरे भाई कुल्दीप ने कहा कि जब से नौकरी ज्वाइन की है तब से न जाने क्यों इसे परेशान करते हैं। 2011 में गाजियाबाद में 10- 10 रुपये के लिए पुलिस निर्दोषों को फंसाती है।
ऐसे में सर्वेश की मां निर्मला देवी का कहना है कि उन्होंने अपने बच्चों को कभी गलत काम करने की सीख नहीं दी। हम हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ रहे। यही वजह है कि सर्वेश को ये सब अच्छा नहीं लगता। हमने बेटे को ये नहीं सिखाया कि उससे खा, इससे खा। भ्रष्टाचार के खिलाफ रहे हैं लेकिन इस तरह की बात उसे अच्छी नहीं लगती। ये भी पढ़ें: BSF जवान तेज बहादुर यादव की पत्नी ने कहा, 'सीबीआई जांच के बिना सच सामने नहीं आएगा'